जेटली ने अमेरिका से लिखा ब्लॉग, CBI से लेकर लोया मामले में दी सफाई
- अरुण जेटली ने किया सरकार का बचाव।
- जस्टिस लोया
- सीबीआई विवाद
- रफेल मामले
- गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण जैसे मामले पर की बात।
- फेसबुक ब्लाग के जरिए दिया विपक्ष को जवाब।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। NDA सरकार की नीतियों पर विपक्ष के लगातार उठ रहे विरोध पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का बचाव किया है। जेटली ने फेसबुक ब्लॉग के जरिये सफाई देते हुए, विपक्ष को एनडीए सरकार की नीतियों का आदतन विरोधी बताया है। वित्त मंत्री ने अपने ब्लाग में लिखा कि सरकार की पॉलिसीस का विरोध करना विपक्ष की आदत है। ब्लाग में जेटली ने विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे मुद्दो का बिंदुवार खंडन किया है।
"विपक्ष को बस एक काम - प्रधानमंत्री का विरोध"
अरुण जेटली ने अपने फेसबुक ब्लाग के जरिए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। NDA की नीतियों पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों का वित्त मंत्री ने एक एक कर जवाब दिया। गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने मामले पर वित्त मंत्री ने कहा कि विपक्ष को लगता है कि सरकार कभी कुछ अच्छा नहीं कर सकती। विपक्ष ने सरकार के इस फैसले को देश तोड़ने का तरीका बताया था।
अरुण जेटली ने विपक्ष पर रफेल मामले में सौदे के गलत आंकड़े पेश करने का आरोप लगाने के साथ ही प्रधानमंत्री का बचाव किया। जेटली ने लिखा कि प्रधानमंत्री ने इस रक्षा सौदे में देश के अरबों रुपए बचाए हैं, जबकी विपक्ष ने आंकड़ों को गलत तरीके से पेश कर सभी को गुमराह किया है।
जस्टिस लोया और सीबीआई विवाद पर भी खुलकर लिखा
वित्त मंत्री ने विपक्ष को जवाब देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। जस्टिस लोया की संदेहास्पद मौत और हाल ही में जारी सीबीआई मामले पर पर भी जेटली ने सरकार की तरफ से सफाई पेश की। अपने ब्लाग में वित्त मंत्री ने लिखा कि जस्टिस लोया की मौत के मामले में विपक्ष द्वारा पेश किया गया हर तथ्य आदतन विरोधियों ने निर्मित किया था। अरुण जेटली ने जारी सीबीआई विवाद पर लिखा कि निष्पक्ष जांच एजेंसियों की सफाई करना सरकार का कर्तव्य है।
इसके साथ ही अरुण जेटली ने सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा की गई प्रेस कांफ्रेंस लिखा कि इस घटना ने देश की न्यायिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है। चारों जजों ने अचानक प्रेस कांफ्रेंस कर आपस की गुटबाजी और लड़ाई को जनता के सामने ला दिया था।
जेटली ने केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक के बीच चल रही अनबन पर कहा कि यह पहली बार नहीं हैं जब वित्तीय संस्था और सरकार के बीच मतभेद हुआ हो। जेटली ने लिखा कि देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कई क्षेत्रों में लोन और तरलता की जरूरत है और इनको दिरकिनार करना विकास को नुकसान पहुंचाने जैसा है।
Created On :   17 Jan 2019 3:12 PM IST