संसद सत्र छोटा करने के आरोपों पर जेटली बोले- कांग्रेस भी यह करती आई है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बीजेपी पर संसद का शीत सत्र छोटा करने के आरोपों पर जेटली ने पलटवार किया है। जेटली ने कहा है कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। चुनाव के दौरान कांग्रेस भी ऐसा करती रही है। उन्होंने यह भी कहा कि संसद का सत्र और चुनाव प्रचार एक ही सत्र में न हो, इसलिए हमेशा से ऐसा ही किया जाता रहा है।
गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार शीत सत्र को बेवजह नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा था, "केंद्र सरकार अगामी गुजरात चुनाव की वजह से संसद सत्र को नहीं बुला रही है। मोदी सरकार ने बिना किसी ठोस कारण के संसद के शीत सत्र को नुकसान पहुंचा कर भारत के संसदीय लोकतंत्र पर गहरा आघात किया है।" इसके साथ ही उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जीएसटी के लिए आधी रात को संसद सत्र बुला सकते हैं लेकिन आज संसद का सामना करने से भाग रहे हैं।"
इसके जवाब में अरुण जेटली ने कहा, "चुनाव प्रचार के दौरान संसद के सत्र पुनर्निर्धारित किए जाते रहे हैं। विपक्षी पार्टी ने भी 2011 में संसद के सत्र आयोजित करने में देरी की थी और उससे पहले भी ऐसा किया था, क्योंकि सत्र का समय चुनाव प्रचार कार्यक्रम के वक्त पड़ रहा था।" जेटली ने यह भी कहा कि जोर से बोलकर किसी सच को झूठ करार देने से वह झूठ नहीं बन जाता। संसद का सत्र होने दीजिए, कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब हो जाएगी।
बता दें कि आमतौर पर संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह में बुलाया जाता है जो दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक चलता है। इस बार ऐसी संभावना है कि केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र को दिसंबर के दूसरे सप्ताह से बुलाना चाहती है। यह सत्र महज दस दिनों का हो सकता है।
Created On :   20 Nov 2017 11:54 PM IST