बटला हाउस एनकाउंटर: जुनैद की गिरफ्तारी के बाद आतंकियों की तलाश तेज
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। बटला हाउस एनकाउंटर के 10 साल बाद फरार आतंकी आरिज उर्फ जुनैद के पकड़े जाने के बाद की जांच तेज कर दी है। बता दें कि 19 सितम्बर 2008 को हुए बटला हाउस एनकाउंटर में जुनैद के कुछ साथी फरार हो गए थे। इस केस में फरार चल रहे आतंकी जुनैद को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों को पकड़ने के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने तलाश शुरू कर दी है।
कौन है जुनैद
- जुनैद यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला है। शुरुआती शिक्षा नैशनल नर्सरी स्कूल शिबली और आजमगढ़ के ज्योति निकेतन स्कूल से पूरी की।
- 10वीं पास करने के बाद वह अलीगढ़ गया। वहां आगे की पढ़ाई की। फेल होने के बाद जुनैद आजमगढ़ आ गया। 2003 में 12वीं में पास होने के बाद लखनऊ से इंजिनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। मुजफ्फरनगर से बीटेक की पढ़ाई की।
2008 से था फरार
जुनैद के 2008 के बटला हाउस एनकाउंटर के बाद से फरार हो गया था। घरवालों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं दी। वहीं उसकी गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर बटला हाउस एनकाउंटर और आजमगढ़ चर्चा में आ गया है। जुनैद के साथ 4 अन्य युवक भी फरार थे इन पर पुलिस ने 10-10 लाख का इनाम रखा है।
क्या है बटला हाउस एनकाउंटर केस
दरअसल, 13 सितंबर 2008 को दिल्ली के करोल बाग, कनाट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इन ब्लास्ट में 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 लोग घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि इन बम ब्लास्ट में आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन का हाथ है। हमले के 6 दिन बाद यानी 19 सितंबर 2008 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इंफॉर्मेशन मिली की इंडियन मुजाहिद्दीन के 5 आतंकी आतिफ अमीन, साजिद, आरिज उर्फ जुनैद, शहजाद पप्पू और सैफ बटला हाउस के एल-18 मकान में छुपे हुए हैं। इसके बाद स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की लीडरशिप में स्पेशल टीम ने जामिया नगर इलाके के बटला हाउस के एल-18 मकान में छापा मारा। इसके बाद पुलिस और आतंकियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस ने दावा किया कि इस एनकाउंटर में 2 आतंकी मारे गए, दो गिरफ्तार किए गए जबकि एक आतंकी फरार हो गया। इस एनकाउंटर में मोहन चंद्र शर्मा घायल हो गए थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बता दें कि इस एनकाउंटर में आतंकी आतिफ अमीन और साजिद की मौत हो गई थी, जबकि सैफ नाम के आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं आरिज उर्फ जुनैद और शहजाद यहां से भागने में कामयाब रहे थे।
Created On :   15 Feb 2018 9:02 PM IST