भोपाल गैंगरेप: डॉक्टर्स की लापरवाही, रिपोर्ट में बताया आपसी सहमति से बने संबंध

bhopal gang rape case: doctors made a mistake in medical reports
भोपाल गैंगरेप: डॉक्टर्स की लापरवाही, रिपोर्ट में बताया आपसी सहमति से बने संबंध
भोपाल गैंगरेप: डॉक्टर्स की लापरवाही, रिपोर्ट में बताया आपसी सहमति से बने संबंध

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोचिंग स्टूडेंट के साथ हुए गैगरेप में अस्पताल प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। खुलासा हुआ है कि रेप पीड़िता की मेडिको लीगल रिपोर्ट ही गलत बन गई थी। राजधानी की सुल्तानिया अस्पताल में इतने गंभीर मामले की ये रिपोर्ट एक जूनियर डॉक्टर से बनवाई। मामला तूल पकड़ने पर जूनियर डॉक्टर ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उसने काम के दबाव में जल्दबाजी में ये लिख दिया था। 

अस्पताल प्रशासन ने स्टूडेंट की मेडिकल रिपोर्ट में आपसी सहमति से बनाए गए संबंधों का दावा किया था। इस रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि नहीं की गई थी। बाद में डॉक्टर्स ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि जल्दबाजी में जूनियर डॉक्टर से ये गलती हुई है। मेडिकल रिपोर्ट में लापरवाही के मामले में भोपाल संभागायुक्त कमिश्नर अजातशत्रु श्रीवास्तव द्वारा सुल्तानिया अस्पताल की डॉ खुशबू गजभिये समेत 2 डॉक्टरों को शोकाज नोटिस जारी किया गया है।

गौरतलब है कि 31 अक्टूबर की शाम भोपाल हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास ट्रेक पर कोचिंग स्टूडेंट के साथ 4 आरोपियों ने गैंगरेप किया था। जिसके बाद उसे शहर के सरकारी अस्पताल सुल्तानिया में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था। यहां सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की मेडिकल रिपोर्ट ने पीड़िता के जख्म को कुरेदते हुए गैरजिम्मेदाराना रवैया दिखाया और गलत रिपोर्ट पेश की। जिसमें गैंगरेप की बात से इनकार करते हुए आपसी सहमति से बनाए गए संबंधों को बताया गया था लेकिन जैसे ही मीडिया में लीक हुई तो विवाद बढ़ने लगा, विवाद को देखकर स्टूडेंट की मेडिकल जांच फिर से की गई जिसमें गैंगरेप और 6 बार संबंध बनाए जाने की पुष्टि हुई।

इस पूरे मामले में जब मीडिया ने सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टर करन पीपरे से बात की तो उन्होंने माना कि जूनियर डॉक्टर की वजह से सारी गलती हुई है और इस गलती को सुधारकर नई रिपोर्ट पेश कर दी गई है। इससे पहले तीन थानों की पुलिस ने रेप विक्टिम की बात नहीं सुनी थी और उसे थाने थाने घुमाया था। 

आपको बता दें कि भोपाल गैंगरेप केस में शुरुआत से ही प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। पहले पुलिस ने केस दर्ज कराने गई पीड़िता को कई थानों के चक्कर लगवाए और घंटो थाने में बैठाए रखा। यहां तक की एसआरपी अनिता  मालवीय ने भी रेप पीड़िता का मजाक बनाया था। रेप के बाद जीआरपी, एमपी नगर थाना और हबीबगंज थाने में उसकी रिपोर्ट नहीं लिखे जाने को लेकर तीन टीआई, दो सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया था। साथ ही एमपी नगर सीएसपी कुलवंत सिंह को पीएचक्यू अटैच किया गया है।

 

तंत्र पर सीएम का प्रभाव नहीं- अजय सिंह


वहीं इस मामले में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने महिलाओं पर बढ़ते अपराधों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है। अजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहे जितना दहाड़ें पर पूरे तंत्र में उनका कोई असर नहीं है और न ही कोई उनकी बात सुनता है। उन्होंने कहा कि भोपाल में एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक रेप की घटना के बाद भी शिवराज महिलाओं के प्रति कितना संवेदनशील हैं यह मेडिकल रिपोर्ट ने बता दिया। इस रिपोर्ट ने पीडि़त छात्रा के साथ पहली बार तो अपराधियों ने ज्यादती की लेकिन रिपोर्ट न लिखकर और शर्मसार मेडिकल रिपोर्ट देकर शिवराज सरकार ने छात्रा के साथ और भी घिनौना काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गंभीर घटनाओं में अकेले अधिकारियों कर्मचारियों की नहीं बल्कि मंत्रियों को भी जिम्मेदार माने जो उस महकमे की सारी सुख सुविधाएं भोग रहे हैं।

सिंधिया ने ट्वीट कर साधा निशाना

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सवाल पूछा है कि ये कैसा अंधा कानून है, जिसमे सामूहिक ज़्यादती की पीड़ित छात्रा को इंसाफ दिलाने के बजाय आरोपी बना दिया गया है। उन्होंने दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की।



ये है पूरा मामला

31 अक्टूबर की शाम 19 वर्षीय पीड़िता अपनी कोचिंग के बाद घर जाने के लिए भोपाल के हबीबगंज स्टेशन की तरफ पैदल जा रही थी। तभी कुछ लोग उसे जबरदस्ती उसका मुंह दबाकर एक छोटी पुलिया के नीचे झाड़ियों में ले गए। वहां आरोपियों ने लड़की को बहुत पीटा और फिर उसके हाथ पैर बांधकर तीन घंटे तक उसके साथ हैवानियत का खेल खेलते रहे। पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि जब वह उनकी ज्यादती से बेहोश हो गई तो आरोपी चाय पीने और गुटखा खाने के लिए गए। इसके बाद वे अपने दो साथियों के साथ वापस आए। उन दो लोगों ने भी लड़की के साथ रेप किया। पीड़िता ने आगे बताया कि घटना के दौरान जब वह मदद के लिए चीखी तो आरोपियों ने उसका मुंह दबा दिया। बाद में आरोपी उसका फोन, पर्स और अंगूठियां लूटकर फरार हो गए और लड़की को झाड़ियों में फेंक दिया। जिसके बाद लड़की के माता-पिता को सूचना दी गई और केस दर्ज कर आरोपियों को पकड़ा गया।

Created On :   9 Nov 2017 12:59 PM GMT

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