कर्नाटक चुनाव अकेले लड़ेगी शिवसेना
डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना ने कर्नाटक चुनाव अकेले लड़ने का एलान किया है. पार्टी के सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि कर्नाटक में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी अपने गठबंधन सहयोगी बीजेपी के खिलाफ लगभग 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कर्नाटक चुनाव पर बोलते हुए राउत ने कहा, "शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि हमारी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने जा रही है। इसी के तहत हमने कर्नाटक में भी अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। हम लगभग 50-60 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन हम महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) का समर्थन करेंगे जो महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवादित क्षेत्रों में रहने वाले मराठी लोगों का प्रतिनिधित्व करती है।"
गौरतलब है कि इससे पूर्व शिवसेना गोवा, उत्तर प्रदेश और गुजरात में हुए चुनावों में बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े कर चुकी है। पार्टी के एक प्रस्ताव में ठाकरे ने घोषणा की थी कि शिवसेना वर्ष 2019 में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ेगी। महाराष्ट्र वर्तमान में कर्नाटक में स्थित बेलगाम, कारवार और लगभग 800 गांवों को उसे सौंपने की मांग कर रहा है। उसका दावा है कि इन स्थानों पर मराठी बोलने वाले लोगों का प्रभुत्व है। राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से कर्नाटक के विवादित क्षेत्रों में बीजेपी के लिए प्रचार नहीं करने की भी अपील की।
2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक में कुल 224 में से 35 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहाँ मुसलमानों की आबादी बीस प्रतिशत या उससे ज़्यादा है। 12 मई को कर्नाटक में चुनाव होंगे और 15 मई को नतीजे आएंगे। राज्य में 12 मई को एक ही चरण में चुनाव कराए जाएंगे। बता दें कि 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 28 मई को समाप्त हो रहा है। इससे पहले नई विधानसभा के सदस्यों का चुनाव होना है। फिलहाल कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार है। विधानसभा में कांग्रेस के 122 विधायक हैं, जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी है और उसके पास 40 विधायक हैं। कर्नाटक विधानसभा के चुनाव काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसे दक्षिण भारत की राजनीति के गेटवे कहा जाता है। इसके अलावा दक्षिण में कर्नाटक अकेला राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार है।
Created On :   1 April 2018 10:53 PM IST