राम मंदिर के पास मस्जिद बनाकर हिंदूओं को असहिष्णु न बनाएं : उमा भारती
- अयोध्या में राम मंदीर को लेकर सियासत गर्माती जा रही है।
- उमा ने कहा कि अगर अयोध्या में मस्जिद बनाने की बात उठती है
- तो वह हिंदुओं को असहिष्णु बना सकती है।
- केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक विवादित बयान दिया है।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सियासत गर्माती जा रही है। एक के बाद एक कई नेता राम मंदिर को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट करते जा रहे हैं। इसी क्रम में बीजेपी की केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक विवादित बयान दिया है। उमा भारती ने कहा कि हिंदू दुनिया के सबसे सहिष्णु लोग हैं। उमा ने कहा कि अगर अयोध्या में मस्जिद बनाने की बात उठती है, तो वह हिंदुओं को असहिष्णु बना सकती है। उमा ने इसके साथ ही राहुल गांधी को अयोध्या में आमंत्रित भी किया और कहा कि राहुल को उनके साथ राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखनी चाहिए। केवल इसी कार्य से राहुल अपनी पार्टी के पापों को धो सकते हैं।
उमा भारती ने एक इंटरव्यू में कहा, "हिंदू सबसे शांत और सबसे सहिष्णु हैं, इसलिए मैं राम मंदिर पर राजनीति करने वाले सभी राजनेता से अपील करती हूं कि राम जन्मभूमि के इस पवित्र स्थान पर मस्जिद निर्माण की बात कहकर हिंदुओं को असहिष्णु न बनाएं। पवित्र मदीना में एक भी मंदिर नहीं है। वहीं वेटिकन सिटी में एक भी मस्जिद नहीं है, तो आप अयोध्या जो कि भगवान राम की जगह है, वहां मस्जिद की बात करना अनुचित होगा।"
उमा ने कहा, यह विवाद आस्था का नहीं बल्कि जमीन का है। हमें इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों से समर्थन की जरूरत है। मैं राहुल गांधी समेत तमाम दूसरे पार्टियों के नेता से आग्रह करती हूं कि वह अयोध्या आएं और राम मंदिर के लिए आधारशिला रखें। राहुल गांधी को विशेष तौर पर आमंत्रण देना चाहुंगी, क्योंकि उनके पास अपने परिवार और पार्टी द्वारा किए गए पूर्व पापों के प्रायश्चित करने का एकमात्र यही तरीका बाकी है। कांग्रेस ने ही राम मंदिर निर्माण में हमेशा बाधा उतपन्न की है। मुलायम सिंह यादव, ममता बनर्जी, मायावती समेत सभी दलों के बड़े नेताओं को बीजेपी का समर्थन करना चाहिए, क्योंकि यह मुद्दा राष्ट्रीय हित में है।
बता दें कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर अपनी सुनवाई जनवरी 2019 तक टाल दी है। SC द्वारा सुनवाई टाले जाने के बाद से ही इस मामले पर राजनीति तेज हो गई है। कई बड़े नेता इसपर अपना बयान दे चुके हैं। शनिवार को राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने कहा कि दिसंबर माह से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। वहीं योग गुरु रामदेव बाबा का कहना है कि यदि कोर्ट के निर्णय में देरी हुई तो संसद में राम मंदिर के लिए बिल जरूर बनेगा। जबकि राम जन्मभूमि न्यास के मुखिया और मणि रामदास जी छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि भगवान राम की प्रतिमा आ गई है, अब मंदिर भी जल्द ही बन जाएगा।
Created On :   4 Nov 2018 8:13 PM IST