मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला जारी, अब नेहरू की मूर्ति पर फेंकी स्याही
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। त्रिपुरा में BJP सरकार को बहुमत मिलने के बाद से ही वामपंथी नेताओं और उनके प्रतीकों पर हमलों की खबरें आ रही है। कम्युनिस्ट नेता व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति ढहाने के बाद से देश में मूर्तियों को क्षति पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ है। अब पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले से खबर आ रही है कि वहां पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मूर्ति पर काली स्याही फेंकी गई। बतां दे कि बीते 12 दिनों में मूर्तियों के अपमान की यह सातवीं घटना है।
बेगूसराय में अंबेडकर की मूर्ति पर कालिख
पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के काटवा टेलीफोन मैदान में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मूर्ति स्थापित है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार देर रात मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के मकसद से इस पर स्याही फेंकी गई। शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्याही को साफ किया। उधर एक अन्य घटना में बेगूसराय के बलिया बाजार में लगी डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोत दी गई। शुक्रवार देर रात यह घटना हुई है। पुलिस ने दोनों मामलों में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच कर रही है। इन घटनाओं के बाद किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं है।
पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ी गई
इससे पहले पश्चिम बंगाल के टॉलीगंज में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। इसके साथ ही उनकी मूर्ति पर कालिख भी पोत दी गई थी। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंटी औक कालिख को साफ कराया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पार्क में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़ी
वहीं, तमिलनाडु के वेल्लुर में समाज सुधारक पेरियार की मूर्ति तोड़ी गई थी। इस मामले में बीजेपी नेता एच राजा का नाम सामने आ रहा है, जिनकी फेसबुक पोस्ट के बाद मूर्ति तोड़ी गई है। वहीं इस घटना के बाद कोंयबटूर में बीजेपी ऑफिस पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था।
लेनिन की दो मूर्तियां तोड़ी
त्रिपुरा में लेफ्ट को उखाड़ फेंकने का भारतीय जनता पार्टी का आह्वान के बाद बेलोनिया में लेनिन की मूर्ति पर बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया गया था। इसके बाद दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम मोटर स्टैंड इलाके से लेनिन की एक और मूर्ति तोड़ने की घटना सामने आई थी। बता दें कि देश भर में लेनिन की मूर्ति तोड़ने की जबरदस्त आलोचना हुई थी। हालांकि यह मूर्ति किसने तोड़ी इसका अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है।
Created On :   17 March 2018 5:04 PM IST