राहुल को बुखारी ने लिखा खत, बोले टोपी पहनकर निकलना भी मुश्किल
- इमाम बुखारी ने लिखा रहुल को खत।
- बुखारी बोले टोपी पहनकर निकलना भी मुश्किल।
- सरकार का मुस्लिमों के प्रति रवैया चिंताजनक।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने एक पत्र लिखकर कहा है कि देश में मुस्लिमों की वर्तमान स्थिति पिछले सात दशकों में सबसे खराब है। मुसलमानों के लिए दाढ़ी रखना और टोपी पहनकर अपने घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होने राहुल गांधी से यह भी मांग की है कि कांग्रेस पार्टी मुसलमानों को लेकर अपना रुख साफ करे। बुखारी ने इस बात का भी जिक्र किया की देश में मॉब लिंचिंग के नाम पर अब तक 64 मुस्लिमों की हत्या हो चुकी है।
सरकार का रवैया चिंताजनक
राहुल को लिखे इस पत्र में बुखारी ने मुस्लिमों के प्रति सरकार के रवैये पर भी चिंता जाहिर की है। 64 मुस्लिमों की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होने कहा की कांग्रेस पार्टी किस तरह से मुस्लिमों की आवाज उठा रही है? उन्होने इस पत्र में यह भी लिखा कि एक मजबूत विपक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मुस्लिमों के हित में आवाज उठानी होगी।
राहुल के ट्वीट की चर्चा
इमाम बुखारी ने राहुल गांधी के 17 जुलाई को किए गए ट्वीट जिसमें उन्होने लिखा था कि "मैं पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के साथ खड़ा हूं, जो हाशिये पर धकेला गया है, दमित-पीड़ित है, अत्याचार का शिकार है। उनका धर्म, जाति और आस्था मेरे लिए मायने नहीं रखती, जो दर्द में हैं, उन्हें तलाशता हूं, और उन्हें सीने से लगाता हूं। मैं सभी प्राणियों से प्यार करता हूं। मैं ही कांग्रेस हूं।" के बारे में ज़िक्र करते हुए कहा कि आपके इस ट्वीट को न केवल शेयर किया गया बल्कि लोगों ने इस बात की तारीफ भी की है।
I stand with the last person in the line. The exploited, marginalised and the persecuted. Their religion, caste or beliefs matter little to me.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 17, 2018
I seek out those in pain and embrace them. I erase hatred and fear.
I love all living beings.
I am the Congress.
भाजपा ने लगाया सांप्रदायिक राजनीति का आरोप
तमाम घटना क्रम के चलते कांग्रेस भाजपा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है, कांग्रेस पर हमला बोलते हुए बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले सांप्रदायिक राजनीति कर रही है।
Created On :   31 July 2018 8:54 AM IST