CBSE चीफ अनीता करवाल बोलीं- छात्रों के हित में लिया पेपर रद्द करने का फैसला

CBSE chief Anita Karwal says Re-examination in favour of students
CBSE चीफ अनीता करवाल बोलीं- छात्रों के हित में लिया पेपर रद्द करने का फैसला
CBSE चीफ अनीता करवाल बोलीं- छात्रों के हित में लिया पेपर रद्द करने का फैसला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (CBSE) पेपर लीक मामले में पहली बार CBSE चेयरमैन अनीता करवाल ने चुप्पी तोड़ी है। अनीता ने गुरुवार को कहा कि छात्रों के हित को देखते हुए उनके पक्ष में ये फैसला लिया गया है। हम उनके भले के लिए काम कर रहे हैं। जल्द ही परीक्षा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी।" बता दें कि CBSE के 10वीं के मैथ्स और 12वीं के इकॉनोमिक्स के पेपर लीक हो गए थे। इसके बाद कार्रवाई करते हुए CBSE ने दोनों पेपरों को रद्द कर दिया था। CBSE की तरफ से कहा गया था कि हफ्ते भर में परीक्षा की नई तारीखों को ऐलान किया जाएगा।

कोचिंग सेंटरों पर ताबड़तोड़ छापे
इससे पहले पेपर लीक को लेकर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिनभर दो दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। पुलिस को शक है कि पेपर लीक के पीछे दिल्ली के कोचिंग सेंटरों का हाथ हो सकता है। जिसे देखते हुए पुलिस ने कई कोचिंग सेंटरों पर छापे मारे। क्राइम ब्रांच ने एक कोचिंग सेंटर के मालिक, 18 छात्रों और कुछ ट्यूटर समेत कुल 25 लोगों से पूछताछ की। पूछताछ के बाद भी दिल्ली पुलिस अब तक इस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है कि पेपर लीक को कैसे अंजाम दिया गया। पुलिस अब तक मानकर चल रही थी कि दिल्ली से हिरासत में लिया गया शख्स विक्की ही इसका मास्टरमाइंड है, लेकिन अब ये सामने आया है कि ये मास्टर माइंड नहीं है।

कांग्रेस का आरोप
वहीं कांग्रेस ने पेपर लीक मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर देश की युवा शक्ति के भविष्य को अंधकार में डालने का आरोप लगाए है। कांग्रेस ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई अध्यक्ष अनीता कारवाल के इस्तीफे की मांग की है।  कांग्रेस ने करवाल पर आरोप लगाया है कि जब सीबीएसई के पेपर चल रहे थे, परीक्षाओं के सुचारू संचालन पर निगाह रखने के बजाय अनीता करवाल माउंटेनियरिंग पर अहमदाबाद में अपनी किताब का प्रमोशन कर रही थीं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुकबंदी के जरिये निशाना बनाते हुए कहा, ‘‘ हर चीज में लीक है, चौकीदार वीक है। इस मामले को लेकर गुरुवार को छात्रों ने भी जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया।

जावड़ेकर ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रीप्रकाश जावड़ेकर ने इसे काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा मैं अभिभावकों और विधार्थियों के दर्द को समझ सकता हूं। मैं भी रातभर सो नहीं सका, मैं भी एक अभिभावक हूं। उन्होंने कहा कि इस पेपर लीक मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पुलिस जल्द ही दोषियों को अपनी गिरफ्त में लेगी। जिस तरह से पुलिस ने एसएससी के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वैसे ही इसमें भी गिरफ्तारी होगी।

27 और 28 मार्च को हुआ था एग्जाम
इस साल CBSE के 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम 5 मार्च से शुरू हुए थे। 12वीं का इकनॉमिक्स का एग्जाम 27 मार्च को हुआ था, जबकि 10वीं का गणित का एग्जाम 28 मार्च को हुआ था। देश के कई हिस्सों से खबरे आ रही थी की बोर्ड एग्जाम के पेपर लीक हो गए है। जिसके बाद CBSE ने फैसला लेते हुए इन पेपरों को रद्द कर दिया। CBSE के अधिकारी कहते है कि छात्रों के हित को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया है। छात्रों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।   

Created On :   29 March 2018 11:45 PM IST

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