मुख्यमंत्री पहुंचे डीडीयू अस्पताल, आईसीयू बेड 50 से बढ़ाकर 100 किए गए
- मुख्यमंत्री पहुंचे डीडीयू अस्पताल
- आईसीयू बेड 50 से बढ़ाकर 100 किए गए
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को डीडीयू अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान वहां कोविड की तैयारियों की समीक्षा भी की। दिल्ली सरकार की मांग पर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर आईसीयू बेड की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 करने पर सहमत हो गए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, इसके लिए मैं चिकित्सा निदेशक और डॉक्टरों का आभारी हूं। आईसीयू बेड की थोड़ी कमी है। हम लोग युद्ध स्तर पर एक-एक अस्पताल का दौरा करके आईसीयू बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि दिल्ली में अभी आईसीयू बेड की थोड़ी इमरजेंसी है। केंद्र सरकार प्रस्तावित अपने 750 आईसीयू बेड जितना जल्दी दे देगा, उनकी उतनी ही मेहरबानी होगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में आईसीयू बेड की थोड़ी कमी पड़ रही है। उसको भी हम लोग युद्ध स्तर पर एक-एक अस्पताल में जाकर बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें डॉक्टरों और सभी मेडिकल स्टाफ का बहुत सहयोग मिल रहा है। मैं डीडीयू का शुक्रगुजार हूं कि वे आईसीयू बेड बढ़ाने के लिए तैयार हो गए।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, केंद्र सरकार से मिलने वाले 750 आईसीयू बेड अभी तक मिले नहीं है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि सोमवार की शाम तक 250 बेड उपलब्ध करा दिए जाएंगे और मंगलवार शाम तक और 250 बेड बढ़ा दिए जाएंगे। उन्होंने कुल 750 बेड उपलब्ध कराने के लिए कहा था, जिनमें 500 बेड वेंटीलेटर के साथ और 250 बेड बिना वेंटिलेटर के साथ देने के लिए कहे थे।
मुख्यमंत्री के मुताबिक अभी हम केंद्र सरकार से आईसीयू बेड मिलने का इंतजार कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जल्द से जल्द केंद्र सरकार से हमें यह आईसीयू बेड मिल जाएंगे। मेरा गृहमंत्री से निवेदन भी है कि दिल्ली में आईसीयू बेड की अभी थोड़ी इमरजेंसी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, मैं आज उपराज्यपाल से मिला था, हमारी कोरोना के मुद्दे पर काफी लंबी बातचीत हुई। मैं उन्हें दिल्ली में कोरोना के हालात की जानकारी देने गया था। हम दोनों को यह लगा कि वैसे तो दिल्ली के बहुत सारे लोग कोरोना को लेकर जारी दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं, लेकिन फिर भी जो कुछ लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं, फिर उनकी वजह से संक्रमण फैल जाता है। इसलिए उनके मन में थोड़ा डर पैदा करने के लिए यह जरूरी है। इसी उद्देश्य से जुर्माना बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसलिए अब बिना मास्क पहन कर घर से बाहर निकलने वालों पर लगने वाले जुर्माने को 500 रुपए से बढ़ा कर 2000 रुपए कर दिया गया है। हाइकोर्ट जो भी हमें ऑर्डर, सुझाव, सलाह देगा, सारे आदेशों का हम शत प्रतिशत पालन करेंगे।
जीसीबी/एएनएम
Created On :   19 Nov 2020 7:31 PM IST