- लखनऊ में किसान आंदोलन और कोविड संक्रमण के मद्देनजर धारा 144 लागू
- केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद में ली कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैरीटाइम इंडिया समिट का आज 11 बजे करेंगे उद्घाटन
- डीजल-पेट्रोल के बाद बढ़े सीएनजी और पीएनजी के दाम, आज से लागू हुई कीमत
- चीनी हैकर्स ने एसआईआई और भारत बायोटेक को बनाया निशाना, कर रहा साइबर हमले
बूचड़खानों पर कार्रवाई नहीं करते तो यूपी में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग होती - योगी आदित्यनाथ
हाईलाइट
- मॉब लिंचिंग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया बयान।
- मॉब लिंचिंग के मामले में उत्तरप्रदेश को बताया सुरक्षित।
- सीएम योगी ने कहा कि हमनें बूचड़खानों पर सही समय में कार्रवाई की, नहीं तो यूपी सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग का शिकार होता।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देश में तेजी से बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश राज्य को इस तरह की घटनाओं से सुरक्षित बताया है। एक इंटरव्यू के दौरान सीएम योगी ने कहा है कि अगर हमने बूचड़खानों पर कार्रवाई नहीं की होती तो आज राज्य में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग के मामले देखने को मिलते। हमें खुशी है कि उत्तरप्रदेश में इस तरह की घटनाएं समाने नहीं आ रही है।
सीएम योगी ने कहा कि अगर हम यूपी में अवैध बूचड़खाने बंद नहीं करते, तो यूपी में भीड़ की हिंसा के सबसे ज्यादा मामले होते। उन्होंने अन्य सभी राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही। सीएम योगी ने कहा कि सभी लोगों को एक दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। योगी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि मॉब लिंचिंग की सबसे दुखद घटना 1984 में दिल्ली की सड़कों पर हुई थी।
बीते एक दिन पहले सीएम योगी ने बयान देते हुए कहा था कि इस तरह के मामलों को बेवजह तूल दिया जा रहा है। कांग्रेस की मंशा छोटे मुद्दों को बड़ा बनाकर पेश करने की है, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाएगी। सीएम योगी ने राजस्थान के बीजेपी नेता जसवंत के बयान को दोहराते हुए कहा कि देश में सबको एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि "हम हर किसी को सुरक्षा देंगे, लेकिन यह हर व्यक्ति, हर समुदाय और हर धर्म की जिम्मेदारी है कि वह एक-दूसरे का सम्मान करें। इंसान महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गाय भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। प्रकृति में दोनों को अपना-अपना महत्व है, दोनों की रक्षा की जानी चाहिए।"
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।