मुख्यमंत्री योगी पहुंचे अयोध्या, भूमि पूजन तैयारियों की करेंगे समीक्षा
अयोध्या, 3 अगस्त (आईएएनएस)। अयोध्या में श्री राममंदिर के पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंच गए हैं।
इससे पहले उन्होंने अयोध्या का हवाई सर्वेक्षण किया। इस हवाई सर्वेक्षण के बाद वह साकेत डिग्री कलेज में बने हेलीपैड पर हेलिकाप्टर से उतरे। वह हनुमानगढ़ी तथा रामजन्मभूमि का निरीक्षण करने के बाद संतों से मुलाकात करेंगे।
योगी रविवार को ही अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण के निधन होने से उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। इससे पहले सीएम ने 25 जुलाई को अयोध्या का दौरा किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हनुमानगढ़ी, राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास से मुलाकात करेंगे। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेंगे।
भूमि पूजन कार्यक्रम को वाराणसी के साथ ही प्रयागराज व अयोध्या के पंडित करा रहे हैं। यह पूजन कार्यक्रम पांच अगस्त तक चलेगा। मंदिर के भूमि पूजन का काम शुरू हो गया है। इससे पहले पंडित कल्किराम ने रामलला के अर्चक को पोशाक के चार सेट के साथ ध्वजा सौंपे हैं।
सोमवार को गणेश जी की पूजा के साथ तीन दिन का अनुष्ठान शुरू हुआ। इसके बाद माता सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की पूजा की गई। अयोध्या और बनारस के 21 पंडित पूजा करा रहे हैं। यहां हर तरफ राम नाम की गूंज है।
मान्यता है कि जनकपुर में विवाह के बाद जब माता सीता अयोध्या आईं तो अपनी कुलदेवी की प्रतिमा भी साथ लाई थीं। उन्होंने राम जन्मभूमि के पास ही इनकी स्थापना की थी। इसी तरह बेनीगंज में बड़ी देवकाली का मंदिर है। मान्यता है कि महाराज सुदर्शन ने द्वापर युग में इन्हें स्थापित किया था।
अयोध्या रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के उल्लास में डूबी नजर आ रही है। घर-घर में तैयारी और उल्लास का माहौल है। सड़कों-गलियों से लेकर छतों पर केसरिया पताके लहरा रही है। दीवारों पर रामायणकालीन नयनाभिराम दृष्य रामनगरी की अलौकिकता बयां कर रहे हैं।
उधर, कोरोना संकट को देखते हुए लखनऊ से अयोध्या के लिए छह स्पेशल टीम रवाना कर दी गई हैं। ये कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों का कोरोना परीक्षण करेंगी। भूमिपूजन में शामिल होने वाले सभी मेहमानों का कोरोना परीक्षण कराया जाएगा। रिपोर्ट के निगेटिव आने के बाद ही उन्हें भूमिपूजन कार्यक्रम का हिस्सा बनने दिया जाएगा।
Created On :   3 Aug 2020 4:31 PM IST