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बोर्ड परीक्षा के लिए कंप्यूटर साइंस, केमेस्ट्री जैसे विषयों की कोचिंग

हाईलाइट
- बोर्ड परीक्षा के लिए कंप्यूटर साइंस, केमेस्ट्री जैसे विषयों की कोचिंग
नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। देशभर के लाखों छात्र 12वीं कक्षा की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं। यह छात्र अब अपने घर पर ही इन परीक्षाओं से जुड़ी कोचिंग हासिल कर सकते हैं। छात्रों को जिन विषयों की कोचिंग दी जाएगी उनमें कंप्यूटर साइंस, ज्योग्राफी, बायोटेक्नोलॉजी आदि विषय शामिल हैं।
दरअसल दिल्ली समेत देशभर के तमाम कोचिंग इंस्टीट्यूट लाक डाउन के दौरान बंद रहे हैं। ऐसे में घर बैठे ऑनलाइन माध्यमों से मिलने वाली कोचिंग छात्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, एनआईओएस स्वयं प्रभा चैनल के माध्यम से सीनियर सेकेंडरी स्तर के छात्रों के लिए लाइव सेशन प्रसारित करने जा रहा है। इस प्रसारण में वह विषय भी कवर किए जाएंगे जिन विषयों की बोर्ड परीक्षाएं अभी सीबीएसई द्वारा ली जानी बाकी हैं।
सीनियर सेकेंडरी स्तर के छात्रों हेतु जो लाइव सेशन शुरू किए जा रहे हैं उनमें बायोटेक्नोलॉजी, ज्योग्राफी, कंप्यूटर साइंस, इनफॉर्मेटिक, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, केमेस्ट्री समेत अन्य विषयों की कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
सीबीएसई 10वीं और 12वीं की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर चुकी है। यह परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जाएंगी। दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए आयोजित की जा रही है। जबकि 12वीं की कई परीक्षाएं ऑल इंडिया लेवल पर ली जानी है।
छात्रों को परीक्षा केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। परीक्षा के दौरान अपने मुंह और नाक को मास्क अथवा किसी कपड़े से ढकना होगा। साथ ही एक ट्रांसपेरेंट बोतल में हैंड सैनिटाइजर साथ लाना होगा।
उधर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने नीट और जेईई की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक मोबाइल ऐप तैयार किया है। इस मोबाइल ऐप का नाम अभ्यास है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा तैयार किया गया यह ऐप परीक्षार्थियों को कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के बारे में जानकारी देगा। अभ्यास ऐप फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के विषयों की विशेष जानकारी एवं कोचिंग मुहैया कराएगा। गूगल प्ले स्टोर पर जाकर कर यह ऐप डाउनलोड किया जा सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।