बिहार : सीट बंटवारे को लेकर राजद की मनमानी से कांग्रेस नाराज, ले सकती है बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में महागठबंधन में दरार पड़ती हुई दिख रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस, राजद, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच सीट बंटवारे को लेकर तनातानी बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी राजद नेता और लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के मनमानी से नाराज है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस महागठबंधन से अलग होकर सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
दरअसल बिहार में महागठबंधन के पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया गया है। इसके तहत राजद को 20 और कांग्रेस को नौ सीटों दी गई है। वहीं रालोसपा, हम और वीआईपी को 3-3 सीटें दी गई हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने पहले दो चरण के चुनाव के लिए 3 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसमें पुर्णिया से उदय सिंह, कटिहार से तारिक अनवर और किशनगंज से जावेद आलम शामिल हैं। इसके अलावा राजद ने जो सीटें कांग्रेस को ऑफर की हैं, उनमें सुपौल, सासाराम, समस्तीपुर, मुंगेर, पटना साहिब और वाल्मीकि नगर शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार महागठबंधन में सीटों को लेकर रस्साकशी काफी समय से चली आ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह एक सीट पर कई पार्टियों की दावेदारी है। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस की सबसे बड़ी नाराजगी दरभंगा सीट को लेकर है। कांग्रेस इस सीट से कीर्ति आजाद को उतारना चाहती थी। जबकि राजद ने इस सीट से अब्दुल बारी सिद्दीकी को मैदान में उतारा है। वहीं मधुबनी सीट को लेकर भी कांग्रेस और महागठबंधन की बाकी पार्टियों के बीच मतभेद है। दरअसल राजद ने यह सीट मुकेश सहनी की वीआईपी को दे दिया है, जो कि कांग्रेस को नगावार गुजरा है।
वहीं सुपौल सीट पर कांग्रेस और राजद के बीच मतभेद की खबरें सामने आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस सीट से सांसद पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन को मैदान में उतारना चाहती है। जबकि राजद भी अपना उम्मीदवार उतारने के लिए अड़ी हुई है। इससे पहले शुक्रवार को पार्टी ने गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई समेत चार सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया था।
जब राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा चार सीटों पर प्रत्याशियों के नामों के ऐलान कर रहे थे, उस वक्त वहां मौजूद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने उन्हें बीच में रोकते हुए औरंगाबाद सीट पर नाम के ऐलान को टालने के लिए कहा था। इसका जवाब देते हुए मनोज झा ने मैथिली में कहा था कि "निर्णय लिया जा चुका है, गड़बड़ हो जाएगा।" दरअसल औरंगाबाद सीट पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ है। जबकि इस बार महागठबंधन ने हम पार्टी के उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद को मैदान में उतारा है। जानकारों का कहना है कि इन सभी घटनाओं से पता चलता है कि कांग्रेस और राजद सीट बंटवारे को लेकर सबकुछ सही नहीं चल रहा है।
Created On :   28 March 2019 8:45 PM IST