चक्रवात अम्फान की दस्तक शुरू, 4 घंटों तक रहेगा तूफान
नई दिल्ली, 20 मई (आईएएनएस)। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवात अम्फान के पहुंचने की प्रक्रिया अपराह्न् 2.30 बजे से शुरू हो चुकी है, जो चार घंटे तक जारी रहेगी।
मौसम एजेंसी ने अपराह्न् तीन बजे के अपडेट में कहा, अपराह्न् 2.30 बजे से ही तूफान के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल में यह प्रवेश कर रहा है और यह प्रक्रिया चार घंटे तक जारी रहेगी।
चक्रवात ओडिशा के पारादीप से 190 किलोमीटर पूर्व-उत्तर पूर्व में, पश्चिम बंगाल के दीघा से 65 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व में, सागर द्वीप से 35 कि. मी. और बांग्लादेश में खेपुपारा से 225 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में है।
अम्फान उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और सागर द्वीप के आसपास सुंदरवन के करीब दीघा और हटिया द्वीप समूह के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट को पार करेगा। चक्रवात के टकराने के समय इसकी तीव्रता 155 से 165 कि. मी. प्रति घंटे की रफ्तार से 185 कि. मी. प्रति घंटा होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल में तूफान पहुंचने के दौरान यह इतना तेज होगा कि लहरें चार से छह मीटर ऊपर उठने की उम्मीद है। बंगाल में दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के निचले इलाकों और पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कुछ हिस्सों में लहरें और अधिक रहने की आशंका है।
कोलकाता, हुगली और हावड़ा में हवा की गति 110 कि. मी. प्रति घंटे से 120 कि. मी. प्रति घंटे के बीच रहने की संभावना है, जो कि 130 कि. मी. प्रति घंटे तक भी जा सकती है। इसकी वजह से शहरी क्षेत्रों में भी व्यापक नुकसान हो सकता है।
ओडिशा के तटीय इलाकों में 100 कि. मी. से 125 कि. मी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी जिससे जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक और बालासोर सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
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इस कारण पेड़ों से लेकर संचार और बिजली के खंभे गिरने की संभावना बनी हुई है। तूफान इतना खतरनाक होगा कि इससे पक्के घरों को भी नुकसान पहुंच सकता है और फसलों व बागवानी को भी व्यापक नुकसान होने की आशंका है।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने मंगलवार को कहा था कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने निकासी और राहत देने के लिए 41 से अधिक टीमों को तैनात किया है।
Created On :   20 May 2020 5:31 PM IST