आर्मी के लिए 10 लाख मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड खरीदेगी सरकार, इस हफ्ते मीटिंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय इंडियन आर्मी के लिए 10 लाख मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड खरीदने की तैयारी में है। इसे लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में इस ह्फ्ते एक हाई लेवल मीटिंग भी होने जा रही है। मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत ये हेंड ग्रेनेड मेनुफैक्टर किए जाएंगे। सरकारी सूत्रों के हवाले से ये बात कही जा रही है।
मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड मौजूदा HE-36 ग्रेनेड को रिप्लेस करेगा जिसे ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में मेनुफैक्चर किया जाता है। मल्टी-मोड ग्रेनेड को डीआरडीओ ने विकसित किया है और बड़ी संख्या में उन्हें बनाने के लिए एक मेनुफैक्चरिंग एजेंसी का चयन कर लिया गया है। हैंड ग्रेनेड उन कुछ महत्वपूर्ण हथियारों में से हैं, जिन्हें सैनिकों को युद्ध के समय आवश्यकता होती है क्योंकि उनका उपयोग दुश्मन के ठिकानों या बंकरों को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है।
मेक इन इंडिया के तहत आर्मी के लिए आधुनिक कलाशिनकोव राइफल्स एके-203 का भी निर्माण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नेरेन्द्र मोदी ने अमेठी में इंडो-रशियन राइफल फैक्ट्री की शुरुआत की थी। रूस के सहयोग के लिए इस दौरान पीएम ने रूसी प्रधानमंत्री पुतिन का आभार व्यक्त किया था। ये जॉइंट वेंचर बहुत ही कम समय में रूस के सहयोग से पूरा किया गया है। बता दें कि AK-203 दुनिया की आधुनिक राइफलों में से एक है।
10 लाख मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड खरीदने की तैयारी भारत ऐसे समय में जब रहा है जब पुलवामा आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने इस हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया था। जैश-ए-मोहम्मद ने ही पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी। भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी वायुसेना के विमाने ने भारतीय एयर स्पेस में घुसकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारत ने उनकी इस कोशिश को नाकाम कर दिया गया था।
Created On :   15 March 2019 7:00 PM IST