दिल्ली: सरकारी स्कूल में 5.78 करोड़ रूपए का इंटरनेशनल हॉकी एस्ट्रोटर्फ

Delhi: International Hockey Astroturf worth Rs 5.78 crore in government school
दिल्ली: सरकारी स्कूल में 5.78 करोड़ रूपए का इंटरनेशनल हॉकी एस्ट्रोटर्फ
दिल्ली: सरकारी स्कूल में 5.78 करोड़ रूपए का इंटरनेशनल हॉकी एस्ट्रोटर्फ
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नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में हॉकी का विश्वस्तरीय एस्ट्रोटर्फ बनाया गया है। इस विश्वस्तरीय हॉकी मैदान को बनाने में 5.78 करोड़ रूपए की लागत आई है। दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली में ऐसे कुल 4 विश्वस्तरीय एस्ट्रोटर्फ बनाए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि इस मैदान को सरकारी नियमों का शिकार न बनने दें।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को सर्वोदय बाल विद्यालय, अशोकनगर में विश्वस्तरीय एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, हमने खिलाड़ियों के लिए तमाम सुविधाओं का इंतजाम कर दिया है। अब खिलाड़ियों और कोचेज से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाकर देश के लिए मैडल लाने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने होनहार खिलाड़ियों को हर मदद देने का निर्देश दिया है ताकि सुविधाओं और पैसों के अभाव में कोई प्रतिभा पीछे न रह जाए।

इस मौके पर ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी मौजूद थे।

सिसोदिया ने कहा, इस विश्वस्तरीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान को बनाने में टैक्सपेयर्स के 5.78 करोड़ रूपए लगे हैं। इस मैदान में खिलाड़ियों को खेलने का अवसर मिले, तो यह पैसा वसूल हो जाएगा। लेकिन अगर यहां से देश के लिए अच्छे खिलाड़ी न निकलें, तो पैसा बेकार जाएगा। इसलिए स्कूल और खेल अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि खिलाड़ियों को इस मैदान के उपयोग की पूरी सुविधा मिले।

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, इस मैदान को सरकारी नियमों का शिकार न बनने दें। खिलाड़ियों की सुविधा और जरूरत के अनुसार नियम बनाए जाएं। किसी नियम में बदलाव की जरूरत हो, तो सरकार उसके लिए तैयार है।

दिल्ली सरकार का मानना है कि खेल की सुविधाएं देने के मामले में हमें लचीला होना पड़ेगा। लेकिन खेल की तैयारियों में खिलाड़ियों को सभी अनुशासन का पालन करना होगा, ताकि उनकी प्रतिभा का विकास हो।

दिल्ली सरकार, दिल्ली में ऐसे चार विश्वस्तरीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान बना रही है। यह तीसरा मैदान है। घुम्मनहेड़ा और झिलमिल में भी ऐसे मैदान बने हैं। चार सौ मीटर के चार रेसिंग ट्रैक और विश्वस्तरीय स्वीमिंग पुल भी बनाए गए हैं। इन सुविधाओं के कारण दिल्ली के सरकारी स्कूलों का खेलों में प्रदर्शन बेहतर हुआ है और मेडल लाने का ग्राफ बढ़ा है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने होनहार खिलाड़ियों को हर जरूरी सुविधा देने की पूरी जिम्मेवारी ली है। खिलाड़ियों के लिए आवासीय सुविधा तथा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी बनाई जा रही है। गोल्ड मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को भी यह सोचना पड़ता है कि उनका एडमिशन कहां होगा। लेकिन हम उन्हें स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में एडमिशन देंगे।

उन्होंने कहा कि जब कोई खिलाड़ी जीतकर आता है, तो हर सरकार उसकी मदद करती है। लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पांच साल पहले ही कह दिया था कि हमारे होनहार खिलाड़ी जब खेल के मैदान में पसीना बहा रहे हों, उसी वक्त उन पर पैसा लगाना चाहिए। इसीलिए हमने होनहार खिलाड़ियों की मदद के लिए शानदार योजना चला रखी है। इसमें साढ़े तीन लाख से लेकर 16 लाख तक की सालाना राशि दी जाती है।

 

जीसीबी/एएनएम

Created On :   28 Nov 2020 2:30 PM GMT

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