कांग्रेस-जेडीएस के बीच अब बजट पर घमासान, सिद्धारमैया से मिलने पहुंचे 9 विधायक
- इसी बात को लेकर कांग्रेस और जेडीएस में तनातनी सामने आई है।
- कांग्रेस नेता सिद्धारमैया चाहते हैं कि राज्य सरकार नए बजट को पेश करने की बजाए पिछली सरकार का पूरक बजट पेश करें
- कुमारस्वामी सरकार द्वारा अपना पहला बजट पेश किए जाने पर दोनों पार्टियां आमने सामने हैं।
- जेडीएस का कहना है कि वह पूरक की बजाए नया बजट पेश करें।
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सरकार बनने के बाद से आए दिन सत्तापक्ष की इन दोनों पार्टियों के बीच घमासान की खबरें आती रही हैं। कभी मंत्रीपद को लेकर तो कभी आपसी बयानबाजी को लेकर गठबंधन में तनाव दिखाई दिया है। अभी इस गठबंधन सरकार को एक महीना भी पूरा नहीं हुआ है और एक नया बवाल सामने आया है। इस बार कुमारस्वामी सरकार द्वारा अपना पहला बजट पेश किए जाने पर दोनों पार्टियां आमने सामने हैं। दरअसल, पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया चाहते हैं कि राज्य सरकार नए बजट को पेश करने की बजाए पिछली सरकार का पूरक बजट पेश करें, वहीं जेडीएस का कहना है कि नई सरकार के लिए यह उचित है कि वह पूरक की बजाए नया बजट पेश करें। इसी बात को लेकर कांग्रेस और जेडीएस में तनातनी सामने आई है।
हालांकि कांग्रेस के कुछ ही नेता सिद्धारमैया की बात से सहमत है। अधिकतर कांग्रेस विधायकों का मानना है कि नई सरकार को नया बजट पेश करने का हक है, इसमें कोई गलत बात नहीं है। इधर, जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री देवीगौड़ा ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वे सिद्धारमैया के सुझाव की आलोचना नहीं करना चाहते, लेकिन वे यह जरूर कहना चाहेंगे कि सीएम कुमारस्वामी कुछ नया नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "नई सरकार के लिए यह उचित है कि वह पूरक की बजाए नया बजट पेश करें।"
दरअसल, कांग्रेस द्वारा जेडीएस को समर्थन देने के बाद से ही सिद्धारमैया असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। गठबंधन सरकार बनने के बाद से ही सिद्धारमैया लगातार कुमारस्वामी को लेकर अंसतोष जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस-जेडीएस के सामुहिक कार्यक्रमों से भी वे दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में सियासी हलकों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि आने वाले दिनों में सिद्धारमैया को समर्थन करने वाले कांग्रेस विधायक गठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं। इसी बीच असंतुष्ट सिद्धारमैया से मिलने एक मंत्री समेत कांग्रेस के 9 विधायक दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलतानगडी पहुंच हैं।
Mangaluru: 9 Karnataka Congress MLAs including one minister leave for Dakshina Kannada district"s Belthangady to meet Siddaramaiah. pic.twitter.com/Qkvfxlvoxp
— ANI (@ANI) June 27, 2018
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार से जब इस पूरे मामले पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "कोई समस्या नहीं है। राहुल गांधी ने जो भी निर्णय लिया है हम उसका पालन करेंगे। कुछ लोग गठबंधन में मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम राष्ट्र हित और पार्टी के हित को देख रहे हैं और ऐसा नहीं होने देंगे।"
There"s no problem. We"ll obey whatever decision Rahul Gandhi has taken. Some people are trying to create differences but we"re looking at national interest interest of party: DK Shivakumar,Karnataka Minister on being asked if there are differences between the CM Siddaramaiah pic.twitter.com/IwJmmppMsI
— ANI (@ANI) June 27, 2018
Created On :   27 Jun 2018 7:00 PM IST