ग्वालियर आटा मामले पर दिग्विजय ने शिवराज को लिखा पत्र

Digvijay wrote to Shivraj on Gwalior flour case
ग्वालियर आटा मामले पर दिग्विजय ने शिवराज को लिखा पत्र
ग्वालियर आटा मामले पर दिग्विजय ने शिवराज को लिखा पत्र

भोपाल, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जिसके माध्म से उन्होंने ग्वालियर के आटा वितरण मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों को सजा देने की बात करी है। प्रशासन ने हालांकि प्रारंभिक जांच में प्रशाृिसनिक गड़बड़ी से इंकार किया है।

दिग्विजय सिंह द्वारा शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र के साथ ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक के पत्र को भी संलग्न किया है।

सिंह ने लिखा है, मैं पिछली बातों पर जाना नहीं चाहता कि जब कोराना जैसा विनाशकारी वायरस मध्य प्रदेश में दस्तक दे रहा था तो किस प्रकार भाजपा षड्यंत्र करके प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने में व्यस्त थे। खैर, आपने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है।

सिंह ने आगे लिखा है, एक ओर जब पूरा समाज इस कठिन समय में गरीबों की मदद कर रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा राशन की दुकानों से बांटे जा रहे आटे में दो से चार किलो तक की चोरी की जा रही है। ऐसे संकट के समय में भी गरीबों को बांटे जाने वाले लगभग 70 लाख पैकेट में से आटे की चोरी और भ्रष्टाचार करना अमानवीयता, अनैतिकता और कुशासन की पराकाष्ठा है। यह निर्धनों के निवाले को छीनने के लिए किया गया निर्धन निवाला घोटाला है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले के दोषियों का पता लगाकर उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की है।

ज्ञात हो कि इस मामले की जांच के लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जांच समिति बनाई है। वहीं आधिकारिक जानकारी के अनुसार स्वयं कलेक्टर ने शनिवार को बहोड़ापुर स्थित लक्ष्मीपुरम क्षेत्र की दो उचित मूल्य की दुकानों तथा दाल बाजार क्षेत्र में उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया तथा आटे के पैकेट अपने समक्ष तुलवा कर देखे। इसके साथ ही दाल बाजार क्षेत्र में शुक्रवार को हितग्राहियों को वितरित किए गए आटे के पैकेट उनके घर से मंगवा कर निजी किराने की दुकानों पर तुलवा कर देखे गए। उन्होंने सभी पैकटों में लगभग नौ किलो 500 ग्राम आटा पाया।

कलेक्टर सिंह ने बताया कि 10 किलो गेहूं से आटा पिसवाने एवं पैकिंग के बाद जितना आटा चक्की में क्षय होता है, उतनी ही मात्रा में पैकेट में आटा कम है, इसीलिए उक्त आटे के पैकेट सही हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गत दिवस वितरित किए गए आटे के पैकेट में आटा कम होने की जो शिकायत आई है, उसकी जांच अपर कलेक्टर टी़ एऩ सिंह के नेतृत्व में की जा रही है और जांच रिपोर्ट आने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि सरकार से प्राप्त गेहूं को जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए आटे के रूप में परिवर्तित कर ऐसे जरूरतमंदों को वितरित किया जा रहा है, जिनके पास राशन कार्ड आदि नहीं हैं।

सिंह ने जरूरतमंदों को निशुल्क वितरित किए जा रहे आटे के पैकेट में कम आटा निकलने की शिकायत मिलने पर अपर कलेक्टर टीएन सिंह एवं संयुक्त कलेक्टर विनोद भार्गव को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।

दरअसल, ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने 10 किलो के पैकेट में सात से आठ किलो आटा होने की शिकायत की। इस पर स्थानीय विधायक प्रवीण पाठक ने आटा वितरण में घोटाले का आरोप लगा दिया।

Created On :   19 April 2020 9:00 AM GMT

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