डॉक्टरों का निकाय होम क्वारंटाइन के लिए तलाश रहा जगह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन इंडिया (एफओआरडीए इंडिया) ने रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को पत्र लिखकर विभिन्न अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए अलग से आवास की मांग की है, जिन्हें होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है।
एसोसिएशन का कहना है कि होम क्वारंटाइन किए गए डॉक्टरों के लिए अलग से रहने की सुविधा का इंतजाम वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण एहतियाती उपाय होगा।
आईएएनएस से बातचीत में एफओआरडीए के अध्यक्ष डॉक्टर शिवाजी देव बर्मन ने कहा, इस पत्र के माध्यम से हम डॉक्टरों द्वारा सामना किए जा रहे एक अति महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाना चाहते हैं। हाल ही में कई डॉक्टरों का कोविड-19 टेस्ट पॉजीटिव आया है और उनके प्राथमिक संपर्क में ज्यादातर अन्य रेजिडेंट डॉक्टर और सहकर्मी हैं, जिन्हें होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। इसे लेकर कई डॉक्टर चिंतित हैं।
बर्मन ने इस मुद्दे को आईएएनएस से साझा किया और बताया, कई रेजिडेंट डॉक्टर अस्पताल परिसर में आवंटित हॉस्टल में रहते हैं, जबकि अन्य अपने घरों में रहते हैं। उनके घरों में परिवार के सदस्य जैसे बुजुर्ग माता-पिता और बच्चे हैं जो इस बीमारी के सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं। डॉक्टर खुद अपने स्वयं के परिवार के सदस्यों के लिए संक्रमण का स्रोत हो सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हॉस्टल में रहने वाले डॉक्टर, अन्य लोगों के साथ सामान्य मेस और वॉशरूम आदि साझा करते हैं। इसलिए रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए एक अलग आवास प्रदान करना बहुत महत्वपूर्ण है वह भी तब तक के लिए जब तक की उनका टेस्ट नेगेटिव न आ जाए।
Created On :   26 April 2020 2:00 PM IST