आजादी के 70 साल बाद महाराष्ट्र का ये गांव हुआ रोशन, बिजली के साथ बस सेवा भी शुरु
डिजिटल डेस्क, अमरावती। आजादी के 70 साल बाद जाकर जिले का वेणी गांव रौशन हुआ है। गांव में बस चली है। जिससे गांव जिले के कई इलाकों से जुड़ गया है। लोग बिजली के लिए तरस रहे थे। गांव में बिजली आने के बाद लोगों के चेहरे दमक उठे हैं। बच्चे अब लालटेन नहीं, एलईडी की रौशनी में पढ़ रहे हैं। इससे पहले यहां लोग अंधेरे में जीने को मजबूर थे। इस मौके पर पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने गांववालों को योजनाओं की सौगात दी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मेलघाट और आदिवासी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। साल 2022 तक हर आदिवासी परिवार के एक व्यक्ति को रोजगार देने का लक्ष्य है। महाराष्ट्र ग्राम सामाजिक परिवर्तन अभियान कार्यक्रम के चलते कई सेवाओं का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि बिजली और नियमित बस सेवा का शुभारंभ किया गया। जल्द ही दूसरी सुविधाएं भी गांववालों को दी जाएगी। जिसमें आंगनवाड़ी, जैविक खाद बनाने की योजना भी शामिल हैं।
इस मौके पर विधायक प्रभुदास भिलावेकर, सरपंच गोविंद कास्देकर, जिलाधिकारी अभिजीत बांगर, उपविभागीय अधिकारी और प्रकल्प अधिकारी विजय राठोड, ग्रामपरिवर्तक आनंद जोशी उपस्थित थे। पालकमंत्री पोटे ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और उर्जा क्षेत्र में जनसहयोग के जरिए कार्य कर मेलघाट में मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। बिजली और बस सेवा प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने ग्रामवासियों से विकास को बढ़ाने के लिए वॉटरकप के जरिए जलसंधारण कार्य का हिस्सा बनने का आवाहन किया। जिलाधिकारी अभिजीत बांगर ने कहा कि सौभाग्य योजना की मदद से बिजली मिली है और 105 घरों में मीटर भी लगाए गए हैं। इसके अलावा मनरेगा के माध्यम से रोजगार और जलसंधारण के कार्य किए जा रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों के स्कूलों को डिजिटल करने की दिशा में काम किया जा रहा है। उपकरणों को सौर ऊर्जा के जरिए चलाने का प्रयास हो रहा है। ग्रामीण सामाजिक परिवर्तन मिशन अंतर्गत एक हजार ग्रामीण क्षेत्रों को मौलिक सुविधाएं दी जा रही है। इनमें शिक्षा स्वास्थ्य और ऊर्जा से जुड़े पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसी दिशा में बुलूम गव्हाण गांव की तस्वीर बदली जा रही है। गांव में बिजली और बस सेवा आरंभ होने के बाद ग्रामवासियों ने खुशी जताई है।
Created On :   15 April 2018 11:32 PM IST