शहीदों की पत्नियां लेना चाहती हैं आतंकियों से लोहा, बोलीं- पति का पहला प्यार था वर्दी इसलिए पहनी 

first love of husband was army dress so we admitted in army
शहीदों की पत्नियां लेना चाहती हैं आतंकियों से लोहा, बोलीं- पति का पहला प्यार था वर्दी इसलिए पहनी 
शहीदों की पत्नियां लेना चाहती हैं आतंकियों से लोहा, बोलीं- पति का पहला प्यार था वर्दी इसलिए पहनी 

डिजिटल डेस्क, पुणे। शहीद कर्नल संतोष महाडिक की पत्नी स्वाति और नायक मुकेश दुबे की पत्नी निधि सेना में अफसर बन गई हैं। शनिवार को उन्होंने चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) में एक साल की ट्रेनिंग पासिंग आउट परेड के साथ पूरी की। सातारा के रहने वाले कर्नल संतोष महाडिक 41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग अफसर थे। वह 2015 में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। वहीं, मध्यप्रदेश के सागर के रहने वाले नायक मुकेश दुबे महार रेजीमेंट में थे। उनका 2009 में हॉर्ट अटैक से निधन हो गया था। स्वाति और निधि ने इसके बाद देश सेवा के लिए सेना में आने का फैसला किया। इस सफर में उन्हें कई मुश्किलें भी आईं, पर दोनों ने अपने हौसले को डिगने नहीं दिया। 

आतंकियों के लड़ना चाहती है शहीद की पत्नी 
38 साल की स्वाति महाडिक अब सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। परेड के बाद स्वाति ने कहा, ‘सेना की वर्दी और यूनिट कर्नल महाडिक का पहला प्यार और सपना था। इसीलिए मैंने इसे चुना। अब मैं भी आतंकियों से लड़ना चाहती हूं। मेरे खून की हर बूंद आज से देश के नाम है। उन्होंने कहा कि जब मैं सेना की ड्रेस पहनती हूं तो उसमें कर्नल महाडिक मुझे नजर आते हैं। केंद्रीय विद्यालय में टीचर रही स्वाति ने पति के सपने को पूरा करने के लिए नौकरी छोड़ दी।

उन्होंने SSB परीक्षा पास की। उम्र उनके इरादे में रुकावट बन रही थी। क्योंकि SSB देने की अधिकतम उम्र 27 साल है। स्वाति की इच्छा पर तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह ने उन्हें उम्र में छूट देने की सिफारिश की थी। जिसे तब के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मान लिया था। स्वाति की 12 साल की बेटी व 7 साल का बेटा है। जो बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते हैं।

हार नहीं मानी, मुश्किलों से लड़कर बढ़ाया कदम
29 साल की निधि दुबे मध्यप्रदेश के सागर जिले की हैं। निधि और मुकेश दुबे की शादी 2008 में हुई थी। पर एक साल बाद ही मुकेश का निधन हो गया। ससुराल वालों ने निधि को मुकेश की मौत के दो दिन बाद ही घर से निकाल दिया। निधि प्रेग्नेंट थीं। ऐसे में निधि को अपने माता-पिता का सहारा मिला। वह डिप्रेशन में भी चली गई थीं, लेकिन घरवालों ने उन्हें हौसला दिया।

5 महीने बाद निधि ने बेटे को जन्म दिया। जिसका नाम सुयश है। बेटा पिता की कमी महसूस न करे, इसलिए निधि ने सेना ज्वाइन करने का फैसला किया और SSB की तैयारी में जुट गईं। निधि ने अपने आखिरी प्रयास में मई 2016 में SSB क्लियर किया। उधर, कर्नल संतोष की पत्नी स्वाति भी पास हो गईं। चूंकि सीट सिर्फ एक थी, इसलिए कोई एक ही आगे जा सकता था। सेना ने निधि और स्वाति की परफॉर्मेंस को देखते हुए वैकेंसी दो कर दी।

 

Created On :   10 Sept 2017 5:44 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story