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दैनिक भास्कर हिंदी: पद्म पुरस्कार 2020 : अरुण जेटली, सुषमा स्वराज समेत 7 को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री

हाईलाइट
- पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले हस्तियों के नामों की घोषणा
- इस बार 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री
- रविवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कार दिया जाएगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार कुल 141 हस्तियों को पद्म पुरस्कार के लिए चुना गया हैं। 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। पद्म विभूषण पाने वालों में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जॉर्ज फर्नांडीस का भी नाम है। वहीं आनंद महिंद्रा और मनोहर पर्रिकर सहित अन्य को पद्म भूषण से नवाजा जाएगा। मैरी कॉम, सिंधु समेत खेल जगत की 8 हस्तियों को इस सम्मान के लिए चुना गया है। मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति समेत 17 विदेशियों को भी पद्म पुरस्कार दिया जाएगा।
बता दें कि पद्म पुरस्कारों को तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री में दिया जाता है। यह अवॉर्ड कला, समाज सेवा, लोक मामलों, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार व उद्योग, मेडिसिन, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है। यह सम्मान देने की परंपरा 1954 में शुरू हुई थी।
पढ़िए पूरी लिस्ट:
पद्म विभूषण
नाम | क्षेत्र | राज्य |
जॉज फर्नांडिस (मरणोपरांत) | लोकसेवा | बिहार |
अरुण जेटली (मरणोपरांत) | लोकसेवा | दिल्ली |
अनिरूद्ध जगन्नाथ | लोकसेवा | मॉरिशस (देश) |
एमसी मैरीकॉम | खेल | मणिपुर |
पंडित छन्नूलाल मिश्रा | कला | उत्तर प्रदेश |
सुषमा स्वराज (मरणोपरांत) | लोकसेवा | दिल्ली |
स्वामी विश्वेसतीर्थ (मरणोपरांत) | आध्यात्म | कर्नाटक |
पद्म भूषण
नाम | क्षेत्र | राज्य |
मोहम्मद मुमताज अली | आध्यात्म | केरल |
सैयद मुज्जिम अली (मरणोपरांत) | लोकसेवा | बांग्लादेश |
मुजफ्फर हुसैन बैग | लोकसेवा | जम्मू-कश्मीर |
अजय चक्रवर्ती | कला | प.बंगाल |
मनोज दास | साहित्य एवं शिक्षा | पुड्डचेरी |
बालकृष्ण दोशी | कृषि | गुजरात |
के. जगन्नाथ | समाजसेवा | तमिलनाडु |
एससी जमीर | लोकसेवा | नगालैंड |
अनिल प्रकाश जोशी | समाजसेवा | उत्तराखंड |
टी. लैंडोल | चिकित्सा | लद्दाख |
आनंद महिंद्रा | ट्रेड एंड इंडस्ट्री | महाराष्ट्र |
नीलकांत रामकृष्ण मेनन (मरणोपरांत) | लोकसेवा | केरल |
मनोहर पर्रिकर (मरणोपरांत) | लोकसेवा | गोवा |
प्रोफेसर जगदीश सेठ | साहित्य एवं शिक्षा | यूएसए (देश) |
पीवी सिंधु | खेल | तेलंगाना |
वेणु श्रीनिवासन | ट्रेड एंड इंडस्ट्री | तमिलनाडु |
पद्मश्री पुरस्कार
नाम | क्षेत्र | राज्य |
गुरु शशधर आचार्य | कला | झारखंड |
डॉ. योगी एरॉन | चिकित्सा | उत्तराखंड |
जय प्रकाश अग्रवाल | उद्योग एवं व्यापार | दिल्ली |
जगदीश लाल आहुजा | समाज सेवा | पंजाब |
काजी मासूम अख्तर | साहित्य एवं शिक्षा | पश्चिम बंगाल |
ग्लोरिया अरीरा | साहित्य एवं शिक्षा | ब्राजील |
जहीर खान | खेल | महाराष्ट्र |
पद्मावती बंदोपाध्याय | चिकित्सा | उत्तर प्रदेश |
डॉ. सुशोवन बनर्जी | चिकित्सा | पश्चिम बंगाल |
डॉ. दिगंबर बेहरा | चिकित्सा | चंडीगढ़ |
डॉ. दमयंती बेशरा | साहित्य एवं शिक्षा | ओडिशा |
पोपट राव पवार | समाज सेवा | महाराष्ट्र |
हिम्मत राम भंभु | समाज सेवा | राजस्थान |
संजीव भीखचंदानी | उद्योग एवं व्यापार | उत्तर प्रदेश |
गफूरभाई बिलाखिया | उद्योग एवं व्यापार | गुजरात |
बॉम ब्लैकमेन | लोक सेवा | यूनाइटेड किंगडम |
इंदिरा बोरा | कला | असम |
मदन सिंह चौहान | कला | छत्तीसगढ़ |
उषा चौमर | समाज सेवा | राजस्थान |
लिल बहादुर छेत्री | साहित्य एवं शिक्षा | असम |
ललिता और सरोजा चिदंबरम | कला | तमिलनाडु |
डॉ. वजीरा चित्रसेना | कला | श्रीलंका |
डॉ. पुरुषोत्तम दधीच | कला | मध्य प्रदेश |
उत्सव चरण दास | कला | ओडिशा |
प्रो. इंदिरा दसनायके (मरणोपरांत) | साहित्य एवं शिक्षा | श्रीलंका |
एच.एम. देसाई | साहित्य एवं शिक्षा | गुजरात |
मनोहर देवदॉस | कला | तमिलनाडु |
ओइनम बेमबेम देवी | खेल | मणिपुर |
लीला दिस्किन | समाज सेवा | ब्राजील |
एम.पी. गणेश | खेल | कर्नाटक |
डॉ. बेंगलोर गंगाधर | चिकित्सा | कर्नाटक |
डॉ. रमन गंगाखेडकर | विज्ञान एवं इंजी. | महाराष्ट्र |
बैरी गार्डिनर | जनसेवा | यूनाइटेड किंगडम |
चेवांग मोटुप गोवा | उद्योग एवं व्यापार | लद्दाख |
भरत गोयनका | उद्योग एवं व्यापार | कर्नाटक |
यदला गोपालाराव | कला | आंध्र प्रदेश |
मित्रभानु गौंटिया | कला | ओडिशा |
तुलसी गौड़ा | समाज सेवा | कर्नाटक |
सुजॉय के. गुहा | विज्ञान एवं इंजी | बिहार |
हरेकला हजब्बा | समाजसेवा | कर्नाटक |
इनामुल हक | पुरातत्व | बांग्लादेश |
मधु मंसूरी हसमुख | कला | झारखंड |
अब्दुल जब्बार (मरणोपरांत) | समाज सेवा | मध्य प्रदेश |
विमल कुमार जैन | समाज सेवा | बिहार |
मीनाक्षी जैन | कला एवं शिक्षा | दिल्ली |
नेमनाथ जैन | उद्योग एवं व्यापार | मध्य प्रदेश |
शांति जैन | कला | बिहार |
सुधीर जैन | विज्ञान एवं इंजी. | गुजरात |
बेनीचंद्र जमातिया | साहित्य एवं शिक्षा | त्रिपुरा |
के.वी. संपत कुमार और विदुषी जयालक्ष्मी (संयुक्त रूप से) | साहित्य शिक्षा एवं पत्रकारिता | कर्नाटक |
करण जोहर | कला (फिल्म निर्देशक) | महाराष्ट्र |
डॉ. लीला जोशी | चिकित्सा | मध्यप्रदेश |
सरिता जोशी | कला | महाराष्ट्र |
सी. कामलोवा | साहित्य एवं शिक्षा | मिजोरम |
डॉ. रवि कन्नन आर. | चिकित्सा | असम |
एकता कपूर | कला (निर्देशन) | महाराष्ट्र |
यजदी नोशीरवान करंजिया | कला | गुजरात |
नारायण जोशी करायल | शिक्षा एवं साहित्य | गुजरात |
डॉ. नरिंदरनाथ खन्ना | चिकित्सा | उत्तर प्रदेश |
नवीन खन्ना | विज्ञान एवं इंजी. | दिल्ली |
एस.पी. कोठारी | साहित्य एवं शिक्षा | अमेरिका |
वी.के. मुन्नुस्वामी | कला | पुडुचेरी |
एम.के. कुंजोल | समाजसेवा | केरल |
मनमोहन महापात्रा (मरणोपरांत) | कला | ओडिशा |
उस्ताद अनवर खान मांगणियार | कला | राजस्थान |
कट्टुंगल सुब्रमण्यम | विज्ञान एवं इंजी. | केरल |
मुन्ना मास्टर | कला | राजस्थान |
प्रो. अभिराज मिश्रा | कला एवं शिक्षा | हिमाचल प्रदेश |
वीणापाणि मोहंती | कला एवं शिक्षा | ओडिशा |
डॉ. अरुणोदय मॉन्डल | चिकित्सा | पश्चिम बंगाल |
डॉ. पृथ्विंद्रा मुखर्जी | साहित्य एवं शिक्षा | फ्रांस |
सत्यनारायण मुंडयूर | समाज सेवा | अरुणाचल प्रदेश |
मणिलाल नाग | कला | पश्चिम बंगाल |
एन. चंद्रशेखरन नायर | साहित्य एवं शिक्षा | केरल |
डॉ. तेत्सू नकमुरा (मरणोपरांत) | समाज सेवा | अफगानिस्तान |
शिवदत्त निर्मोही | साहित्य एवं शिक्षा | जम्मू-कश्मीर |
पू लालबियाक्तंग पचाऊ | साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता | मिजोरम |
मूझिक्कल पंकजासाक्षी | कला | केरल |
प्रसांत कुमार पटनायक | साहित्य एवं शिक्षा | अमेरिका |
जोगेंद्रनाथ फुकन | साहित्य एवं शिक्षा | असम |
राहीबाई सोमा पोपरे | कृषि | महाराष्ट्र |
योगेश प्रवीण | साहित्य एवं शिक्षा | उत्तर प्रदेश |
जीतू राय | खेल | उत्तर प्रदेश |
तरुणदीप राय | खेल | सिक्किम |
एस. रामकृष्णन | समाज सेवा | तमिलनाडु |
रानी रामपाल | खेल | हरियाणा |
कंगना रनौट | कला | महाराष्ट्र |
दलवई चलपति राव | कला | आंध्र प्रदेश |
शाहबुद्दीन राठोड | साहित्य एवं शिक्षा | गुजरात |
कल्याण सिंह रावत | समाज सेवा | उत्तराखंड |
चिंताला वेंकट रेड्डी | कृषि | तेलंगाना |
डॉ. शांति राय | चिकित्सा | बिहार |
राधामोहन और साबरमती (संयुक्त) | कृषि | ओडिशा |
बतकृष्णा साहू | पशुपालन | ओडिशा |
ट्रिनिटी साइऊ | कृषि | मेघालय |
अदनान सामी | कला | महाराष्ट्र |
विजय संकेश्वर | उद्योग एवं व्यापार | कर्नाटक |
डॉ. कुशल कोंवर सरमा | चिकित्सा | असम |
सैयद मेहबूब शाह कादरी | समाज सेवा | महाराष्ट्र |
मोहम्मद शरीफ | समाज सेवा | उत्तर प्रदेश |
श्याम सुंदर शर्मा | कला | बिहार |
डॉ. गुरदीप सिंह | चिकित्सा | गुजरात |
रामजी सिंह | समाज सेवा | बिहार |
वशिष्ठ नारायण सिंह | विज्ञान एवं इंजी. | बिहार |
दया प्रकाश सिन्हा | कला | उत्तर प्रदेश |
डॉ. सांद्रा डेसा सौजा | चिकित्सा | महाराष्ट्र |
विजयसारथी श्रीभाष्यम | साहित्य एवं शिक्षा | तेलंगाना |
काली शबी मेहबूब और शेख मेहबूब सुबानी (संयुक्त) | कला | तमिलनाडु |
जावेद अहमद टाक | समाज सेवा | जम्मू-कश्मीर |
प्रदीप थालप्पिल | विज्ञान एवं इंजी. | तमिलनाडु |
येशे दोरजी थॉन्गची | विज्ञान एवं इंजी. | अरुणाचल प्रदेश |
रॉबर्ट थुरमन | साहित्य एवं शिक्षा | अमेरिका |
अगुस इंद्रा उदयन | समाज सेवा | इंडोनेशिया |
हरीश चंद्र वर्मा | विज्ञान एवं इंजी. | उत्तर प्रदेश |
सुंदरम वर्मा | समाज सेवा | राजस्थान |
डॉ. रोमेश टेकचंद वाधवानी | उद्योग एवं व्यापार | अमेरिका |
सुरेश वाडकर | कला | महाराष्ट्र |
प्रेम वत्स | उद्योग एवं व्यापार | कनाडा |
क्लोजिंग बेल: सेंसेक्स में 134 अंकों की गिरावट, निफ्टी 15,800 के करीब बंद हुआ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्बल वैश्विक संकेतों के कारण देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन (29 जून, बुधवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 134.31 अंक यानी कि 0.25% की बढ़त के साथ 53,026.97 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 32.95 अंक यानी कि 0.21% की बढ़त के साथ 15,799.10 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 372.55 अंकों की हानि के साथ 33269.90 पर समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 33 लाल रंग में रहे जो व्यापक बिकवाली दर्शाते हैं। क्षेत्र विशेष में, निफ्टी मेटल, एनर्जी तथा ऑटो सूचकांको में सबसे अधिक तेजी रही जबकि बैंकिंग, एफएमसीजी एवं आईटी में सर्वाधिक मंदी देखी गयी। निफ्टी के शेयरों में एनटीपीसी, रिलायंस, ओएनजीसी, आयशर मोटर तथा पावर ग्रिड में सबसे अधिक बढ़त रही जबकि एचडीएफसी लाइफ, हिन्द यूनिलिवर, एक्सिस बैंक तथा अपोलो हॉस्पिटल में सर्वाधिक घाटा रहा।
इंडिया विक्स 2.10 प्रतिशत बढ़ 21.90 पर बंद हुआ जो आने वाले सत्र में और अधिक उतारचढ़ाव आने का संकेत है। तकनीकी आधार पर, निफ्टी हायर लो तथा लोअर लो प्रारूप बना रहा है जो दुर्बलता का संकेत दे रहा है। निफ्टी 21 दिनों के डीएमए पर अवरोध का सामना कर रहा है, इसके नीचे बंदी देने पर अगले ट्रेडिंग सत्र में और भी दुर्बलता दिख सकती है। निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ों में, कॉल में सर्वधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर है जबकि पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15700, उसके बाद 17500 है।
मोमेन्टम संकेतकों में स्टॉकिस्टिक तथा एमएसीडी आवरली चार्ट पर नकारात्मक क्रॉस ओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो बाजार में दुर्बलता का संकेत है। जून महीने के फ्यूचर ऑप्शन सौदों के कटान के पहले निफ्टी ने 57.49 प्रतिशत तथा बैंक निफ्टी ने 53.95 प्रतिशत रोलओवर दिखाया है। मुथोथ फाइनेंस, एमफासिस तथा अडानी पोर्ट में सर्वाधिक रोलओवर हुआ है।निफ्टी का सपोर्ट 15600 तथा तेजी की स्थिति में 16000 एक तात्कालिक अवरोध हो सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 है, अवरोध 34000 है। कुलमिला कर निफ्टी नीचे की चाल दिखा सकता है। 15650 तोड़ने पर मंदी गहरा सकती है। 16000 निफ्टी एक बड़ा अवरोध है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।