BJP का निशाना: नहीं थम रहा EVM का मामला, बीजेपी लगातार राहुल गांधी पर हमलावर, अब किसने साधा कांग्रेस पर निशाना? जानें पूरा मुद्दा

नहीं थम रहा EVM का मामला, बीजेपी लगातार राहुल गांधी पर हमलावर, अब किसने साधा कांग्रेस पर निशाना? जानें पूरा मुद्दा
  • EVM मामले पर सियासत जारी
  • यूपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने साधा कांग्रेस पर निशाना
  • महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 से जुड़ा है मुद्दा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जब से ईवीएम (Electronic Voting Machine) पर आरोप लगाया है तब से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर हमलावर है। इस मामले को लेकर दिन-ब-दिन बयानबाजी तेज होती जा रही है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्राकश राजभर ने राहुल गांधी को लपेटे में लिया है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस जीतती है तो ईवीएम में कोई दिक्कत नहीं होती। लेकिन हारने के बाद अचानक ईवीएम खराब हो जाती है।

कांग्रेस नेता पर निशाना

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब वो (विपक्षी नेता) चुनाव जीतते हैं तब ना तो EVM पर आरोप लगाते हैं और ना ही चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं। जब वो चुनाव हार जाते हैं तो EVM पर भी और चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाते हैं। चुनाव आयोग की एक व्यवस्था है। चुनाव आयोग अपने सिस्टम से चुनाव कराता है। लंबे समय तक जब लालू यादव की सरकार थी, उस सरकार में भी चुनाव हुए थे, तो क्या चुनाव आयोग उनके इशारे पर काम कर रहा था? चुनाव आयोग स्वतंत्र है।

क्या है मामला?

आपको बता दें कि, यह पूरा मामला राहुल गांधी के आरोपों के बाद शुरू हुआ। हाल ही में कांग्रेस नेता ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में ईवीएम के गड़बड़ होने का आरोप लगाया। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इलेक्शन कमीशन को चिट्ठी लिख कर वोटर्स लिस्ट और पोलिंग बूथों के सीसीटीवी फुटेज सहित कई सबूतों की मांग की। इसके बाद से ही बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधना शुरू कर दिया।

राहुल गांधी का आरोप

राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अपने निर्वाचन क्षेत्र में, मतदाता सूची में केवल 5 महीनों में 8% की वृद्धि हुई। कुछ बूथों पर 20-50% की वृद्धि देखी गई। बीएलओ ने अज्ञात व्यक्तियों द्वारा वोट डालने की सूचना दी। मीडिया ने बिना सत्यापित पते वाले हजारों मतदाताओं का पता लगाया। और चुनाव आयोग? चुप - या मिलीभगत। ये अलग-अलग गड़बड़ियां नहीं हैं। यह वोट चोरी है। कवर-अप ही कबूलनामा है। इसलिए हम मशीन-पठनीय डिजिटल मतदाता सूची और सीसीटीवी फुटेज को तुरंत जारी करने की मांग करते हैं।

Created On :   3 July 2025 11:43 AM IST

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