मैं बंद दिमाग और निश्चित एजेंडे के साथ कश्मीर नहीं जा रहा हूं : जम्मू-कश्मीर गवर्नर

मैं बंद दिमाग और निश्चित एजेंडे के साथ कश्मीर नहीं जा रहा हूं : जम्मू-कश्मीर गवर्नर
मैं बंद दिमाग और निश्चित एजेंडे के साथ कश्मीर नहीं जा रहा हूं : जम्मू-कश्मीर गवर्नर
मैं बंद दिमाग और निश्चित एजेंडे के साथ कश्मीर नहीं जा रहा हूं : जम्मू-कश्मीर गवर्नर
हाईलाइट
  • जम्मू-कश्मीर के नए नियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक राज्य के लोगों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
  • मलिक ने कहा कि वह बंद दिमाग और किसी निश्चित एजेंडे के साथ जम्मू-कश्मीर नहीं जा रहे हैं।
  • राज्यपाल ने कहा
  • वह लोगों के मुद्दों को समझने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों जैसे शिक्षकों
  • वकीलों के साथ बातचीत करेंगे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के नए राज्यपाल सत्यपाल मलिक राज्य के लोगों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। ताकि वह राज्य में लोगों के गुस्से की वजह और उनकी समस्याओं का हल कर सके। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में, मलिक ने कहा कि वह बंद दिमाग और किसी निश्चित एजेंडे के साथ जम्मू-कश्मीर नहीं जा रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा, हमें सकारात्मक पक्ष को देखना चाहिए। कश्मीर फुटबॉल टीम ने हाल ही में मोहन बागान को हराया, अमरनाथ यात्रा में भी शांति बनी रही। इसलिए, मैं वहां जाकर लोगों से बात करूंगा और उनके मुद्दों को जानूंगा। अपने कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मलिक सभी राजनीतिक नेताओं से भी मिलेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत के लिए केंद्र ने वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा को नियुक्त किया है। मलिक ने कहा कि वह बुधवार को दिनेश्वर शर्मा से मिलने जा रहे हैं और वह उनसे फीडबैक लेंगे। उन्होंने कहा, वह राज्य के लोगों के साथ बातचीत करेंगे। लोगों की समस्याओं का हल निकलना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

राज्यपाल ने कहा, वह लोगों के मुद्दों को समझने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों जैसे शिक्षकों, वकीलों के साथ बातचीत करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने स्टेट कमिश्नर और एडवाइजरों को सप्ताह में एक बार जिला मुख्यालय में लोगों से मिलने और उनकी शिकायतों को हल करने के लिए कहा है। राज्यपाल मलिक ने कहा,  "वहां भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है इसलिए मैं वहां देखूंगा कि पीएम द्वारा आवंटित धन का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि विधानसभा निलंबित है। एमएलए फंड अवरूद्ध है इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री से बात की है। ताकि एमएलए अपने फंड को अपने क्षेत्र के विकास में खर्च कर सके।

मलिक ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह राज्य में युवाओं द्वारा की जा रही पत्थरबाजी जैसे मामलों को सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा, पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है। हालांकि अभी वह इस मामले में ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। राज्यपाल, जो स्वर्गीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ घनिष्ठ संबंध रखते थे, ने कहा कि वाजपेयी का इंसानियत का फॉर्मूला एकमात्र तरीका है और प्रधान मंत्री मोदी भी इसी मार्ग का पालन कर रहे हैं।

Created On :   28 Aug 2018 7:09 PM GMT

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