Whatsapp को सरकार की वॉर्निंग, भड़काऊ संदेशों को फैलने से रोकें
- केंद्र सरकार ने Whatsapp को निर्देश दिया कि वह 'गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक संदेशों' को अपने प्लेटफॉर्म पर फैलने से रोके।
- Whatsapp पर अफवाहों के बाद लोगों की पीट-पीटकर हत्या भी कर दी गई।
- सोशल मीडिया पर इन दिनों कई ऐसे संदेश फैलाए गए हैं
- जिनके कारण देश के कई इलाकों में हिंसक घटनाएं हो हुई हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर इन दिनों कई ऐसे संदेश फैलाए गए हैं, जिनके कारण देश के कई इलाकों में हिंसक घटनाएं हो हुई हैं। Whatsapp पर अफवाहों के बाद लोगों की पीट-पीटकर हत्या भी कर दी गई। ऐसी घटनाओं को लेकर सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को Whatsapp को निर्देश दिया कि वह "गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक संदेशों" को अपने प्लेटफॉर्म पर फैलने से रोके। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने Whatsapp को वॉर्निंग देते हुए एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी "अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से बच नहीं सकती है।"
सरकार ने घटनाओं पर जताया अफसोस
आईटी मंत्रालय ने कहा कि Whatsapp नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके ऐसे फेक और भड़काऊ मैसेज को कंट्रोल करे। हाल ही में देश में कई जगहों पर मॉब लिन्चिंग की घटनाएं देखने को मिली हैं। सूचना तकनीक मंत्रालय ने असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में हुई "दुर्भाग्यपूर्ण हत्याओं" को बेहद दुखद और अफसोसनाक बताया। मंत्रालय ने कहा कि Whatsapp जैसे प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग कर "भड़काऊ कॉन्टेंट को बार-बार शेयर करना" गंभीर चिंता का विषय है।
मंत्रालय ने कहा- जरूरी कदम उठाएं
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने गैरजिम्मेदार संदेशों और ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर उनके सर्कुलेशन को गंभीरता से लिया है। सरकार ने Whatsapp के वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी नाराजगी जाहिर की है और उन्हें सलाह दी गई है कि फर्जी, भड़काऊ और सनसनीखेज संदेशों को सर्कुलेट होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए। हाल ही में एक वाकया महाराष्ट्र के धुले जिले के एक गांव में हुआ, जहां गांव वालों ने बच्चा चोरी करने वाला समझकर 5 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस के मुताबिक, ऐसा अफवाह फैला था कि इलाके में बच्चा चोरों का एक गैंग सक्रिय है।
Created On :   3 July 2018 10:39 PM IST