पीएम मोदी के जामा मस्जिद में जाकर माफी मांगने के सवाल पर अमित शाह ने दिया ये जवाब

डिजिटल डेस्क, सूरत। गुजरात चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में बीजेपी ने कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और मणिशंकर अय्यर के बयानों पर कांग्रेस को खूब घेरा। कांग्रेस ने भी बीजेपी पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं अब शनिवार को हुए पहले चरण के चुनाव के बाद देश में हुए दंगों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी ने कांग्रेस पर 1992 और सिख दंगों का आरोप लगाया था, जिसपर पंजाब कांग्रेस के नेता चरण सिंह सपरा ने जवाब दिया। साथ ही सपरा ने पीएम मोदी पर भी सवाल खड़े कर दिए। सपरा ने कहा कि 1984 में हुए दंगों के लिए सोनिया गांधी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में जाकर माफी मांगी थी जबकि न तो उनकी पार्टी और न उनका कभी भी 1984 के दंगों में समर्थन था। उन्होंने पूछा कि क्या इसी तरह 1992 और 2002 में हुए दंगों पीएम मोदी जामा मस्जिद जाकर माफी मांगेंगे ?
चरण सिंह के इस सवाल पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को पलटवार किया। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए अब इसे ही चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा था कि पीएम मोदी को 2002 के दंगों के लिए जामा मस्जिद जाकर माफी मांगनी चाहिए। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि इस मामले में पूरा देश जानता है कि पीएम मोदी पर फर्जी आरोप लगाए गए थे और ये आरोप सिद्ध भी नहीं हुए।"
बता दें कि 1984 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की हत्या सिख समुदाय के अंगरक्षकों ने की थी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में सिख विरोधी दंगे हुए थे और हजारों सिख मारे गए थे। कुछ साल पहले सोनिया गांधी ने इन दंगों के लिए माफी मांगी थी। ऐसे ही 1992 में अयोध्या में ढाचा गिराए जाने के बाद पूरे देश में दंगे हुए थे। अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद देश के कई हिस्सों में दंगे भड़क गए थे। वहीं 2002 में गोधरा कांड के बाद गुजरात दंगों की चपेट में आया था। गुजरात दंगों के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी ने कभी माफी नहीं मांगी है।
Created On :   10 Dec 2017 6:47 PM IST