हमेशा करवट बदलती है हिमाचल की सियासत, क्या इस बार कांग्रेस तोड़ पाएगी मिथक ?

himachal pradesh assembly election result 2017
हमेशा करवट बदलती है हिमाचल की सियासत, क्या इस बार कांग्रेस तोड़ पाएगी मिथक ?
हमेशा करवट बदलती है हिमाचल की सियासत, क्या इस बार कांग्रेस तोड़ पाएगी मिथक ?

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमालय की तलहटी में बसे राज्य के मौसम का मिजाज जिस तरह पल भर में अपनी रंगत बदलता है, उसी तरह यहां की सरकार भी हर 5 वर्ष में बदल जाती है। यहां कि जनता जानती है कि हर नया मौसम नई सौगात लेकर आता है, ठीक इसी कुछ नई उम्मीदों के साथ जनता नई सरकार को चुनती है। आजादी के बाद 1977 तक इन 25 सालों तक कांग्रेस की हिमाचल की वादियों में कांग्रेस का राज रहा। 1952-1977 तक कांग्रेस ने यहां 5 बार अपनी सरकार बनाई। 1975 से बदलाव का दौर आया, जनता दल ने कांग्रेस को हराकर केंद्र में अपनी सरकार बनाई। जनता दल ने 5 साल तक सरकार तो चला ली लेकिन जनता ने अगले ही चुनाव में जनता दल को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। 1982- 1990  तक कांग्रेस की सरकार रही। 1990 में एक बार फिर बदलाव का दौर आया, 1990 में बीजेपी मे सरकार बनाई। 1990 से 2017 तक कोई भी सरकार एक साथ दो कार्यकाल पूरे नहीं कर पाई। एक बार जनता ने कांग्रेस को तो एक बार बीजेपी को चुना। 2012 से कांग्रेस सरकार है और बीरभद्र सिंह सीएम हैं। 

क्या कहते हैं इस साल के EXIT POLL 
इस साल के सभी EXIT POLL भी इस बात की तरफ ही इसारा कर रहे हैं कि इस बार भी जनता ने नई सरकार को मौका देने का फैसला किया है। EXIT POLL के अनुसार कांग्रेस सत्ता से बाहर दिख रही है और बीजेपी एक बार फिर सत्ता में आती दिख रही है। 

हिमाचल में मतगणना से पहले हुए एग्जिट पोल के आंकड़े

न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 

न्यूज 24-टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल के मुताबिक BJP को 55 (+/-7), कांग्रेस को 13 (+/-7) सीटें मिलने की संभावना। वोट शेयर के मामले में BJP को 2012 के चुनाव के मुकाबले 9.2% का फायदा हो सकता है और उसे कुल 47.6% वोट मिल सकते हैं।

ABP-CSDS एग्जिट पोल
ABP-CSDS के एग्जिट पोल में भी हिमाचल में बीजेपी की वापसी दिख रही है। इस पोल में बीजेपी को 38 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 29 सीटों का अनुमान लगाया गया है। अन्य को 1 सीट मिल सकती है। 

NBT-C वोटर एग्जिट पोल
NBT-C वोटर एग्जिट पोल मुताबिक 68 विधानसभा सीटों वाले पहाड़ी राज्य में 41 सीटों के साथ कमल खिल रहा है। वहीं, सत्ताधारी कांग्रेस को महज 25 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। 2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं।

ऐक्सिस माई इंडिया
वहीं ऐक्सिस माई इंडिया के अनुसार बीजेपी को भारी बढ़त मिलती दिख रही है। एग्जिट पोल में बीजेपी को 51 कांग्रेस को 16 और अन्य को 01 सीट मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। 

न्यूज नेशन एग्जिट पोल
एग्जिट पोल में बीजेपी को 45 कांग्रेस को 21 वहीं अन्य को 02 सीटे मिलने का अनुमान जताया गया है।

देखना है कि यहां 1990 से चले रहे मिथक को कांग्रेस तोड़ पाती है या फिर EXIT POLL ने जनता के मन के अंदर की आवाज सुनी है। 

बीजेपी ने प्रेम प्रकाश धूमल तो कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह पर जताया है भरोसा
नवंबर-दिसंबर 2017 में दो राज्यों में चुनाव हुए, हिमाचल और गुजरात। हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता थी और गुजरात में बीजेपी। गुजरात में लगातार 22 साल से बीजेपी की सरकार है। पीएम मोदी राज्य के तीन बार सीएम रहे। चुनावी चर्चा में 68 विधानसभा सीटों के हिमाचल को जगह तो मिली लेकिन 182 सीटों वाले गुजरात चुनाव की तुलना में यह काभी दबी रही। हिमाचल प्रदेश  में 9 नवंबर को 13वीं विधानसभा के लिए मतदान हुए थे, 40 दिनों के लंबे इंतजार के बाद गुजरात चुनाव के साथ ही नतीजे आने हैं। बीजेपी की ओर से प्रेम प्रकाश धूमल को सीएम कैंडिडेट बनाया गया है। वहीं, कांग्रेस ने एक बार फिर पुराने सिपाही वीरभद्र सिंह पर ही भरोसा जताया है। 
इन पर है नजर 

 सीट                  भाजपा                                               कांग्रेस

सुजानपुर -          प्रेम कुमार धूमल                                    राजेंद्र सिंह राणा,  

मंडी-                 अनिल शर्मा (सुखराम शर्मा के पुत्र)             चंपा ठाकुर (मौजूदा मंत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी)

दारंग सीट -         जवाहर ठाकुर                        कौल सिंह ठाकुर - कांग्रेस - कौल सिंह ने 1977 से 9 चुनावों में कुल 8 बार यहां जीते) 

कारसोग -            हीरा लाल                                मनसा राम - कांग्रेस (दलित नेता)   

शिमला (ग्रामीण) -   प्रमोद शर्मा                          विक्रमादित्य सिंह - कांग्रेस - (वीरभद्र सिंह के बेटे) 

नादौन -                 विजय अग्निहोत्री                               सुखविंदर सिंह सुक्खू - (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता)

पालमपुर -             इंदू गोस्वामी                 प्रवीण कुमार (भाजपा से बागी हुए नेता)

सीएम वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, 8 मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और एक दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य बड़े नेता चुनावी मैदान में है। 

BJP, कांग्रेस के अलावा ये पार्टियां भी मैदान में 
विधानसभा की सभी 68 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने चुनाव लड़ा है। मायावती की पार्टी बसपा (बहुजन समाज पार्टी) ने 42 सीटों पर अपना दाव खेला है। इसके साथ ही CPM 14 सीटों पर NCP  2, CPI 3, SP 2 और 112 निर्दलीय हिमाचल के चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं ।

 

हिमाचल में सीटों का लेखाजोखा

 कुल सीटें - 68, उम्मीदवार - 338, पुरुष उम्मीदवार - 138, महिला उम्मीदवार - 19, कुल मतदाता - 50,25,941, पुरुष मतदाता -25,68,761, महिला मतदाता - 24,57,166, ट्रांसजेंडर मतदाता - 14, पोलिंग स्टेशन - 7525, सबसे बड़ी विधानसभा - धर्मशाला

 

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 1952 से लेकर अब तक (2012) के आंकड़े
              वर्ष                जीत दल

  • -1952-1957     कांग्रेस
  • - 1957-1962    कांग्रेस
  • - 1962-1967    कांग्रेस
  • - 1967-1972    कांग्रेस
  • - 1972-1977    कांग्रेस
  • - 1977-1982  जनता दल
  • - 1982-1985   कांग्रेस
  • - 1985-1990   कांग्रेस
  • - 1990-1992    भाजपा
  • - 1993-1998     कांग्रेस
  • - 1998-2003     भाजपा
  • - 2003-2007    कांग्रेस
  • - 2007-2012    भाजपा
  • - 2012-2017    कांग्रेस
 

Created On :   17 Dec 2017 8:15 PM IST

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