जम्मू-कश्मीर में पाक के नापाक प्रयासों के बावजूद जमीनी हालात में सुधार
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। सुरक्षाबलों ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने की पहली वर्षगांठ पर बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की संख्या अब 200 से नीचे रह गई है।
एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने कहा कि स्थानीय भर्ती में काफी कमी आई है और अब यह मुख्य रूप से दक्षिण कश्मीर के चार जिलों तक सीमित है। उन्होंने कहा कि घाटी में अशांति लाने के पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को गंभीर झटका लगा है।
अधिकारी ने कहा कि घाटी में सुरक्षा की स्थिति में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से अच्छा-खासा सुधार देखा गया है।
अधिकारी ने बताया कि एक तरफ क्षेत्र में अभियानों ने आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाई है, वहीं नियंत्रण रेखा के पास सैनिकों की सतर्कता ने घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए पाकिस्तान के प्रयासों को नाकाम करना भी सुनिश्चित किया है।
क्षेत्र में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने की जुगत में लगे हुए हैं।
लेकिन सुरक्षा बलों के क्षेत्र में वर्चस्व का आतंकवादी संगठनों पर गहरा असर पड़ा है और फलस्वरूप आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की उनकी क्षमता पस्त पड़ गई है।
पिछले साल इसी अवधि में 107 की तुलना में इस साल केवल 70 आतंकवाद-संबंधी छोटी-मोटी घटनाएं दर्ज की गई हैं। नॉर्थ ब्लॉक के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, इसके अलावा, आईईडी विस्फोट के छह प्रयासों को इस साल नाकाम कर दिया गया।
अधिकारी ने कहा, हमारा उद्देश्य पिछले तीन दशकों से हिंसा की मार झेल रही अवाम को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करना है।
उन्होंने काह कि आतंकवादियों की संख्या में कमी और उनके नेटवर्क की खस्ता हालत अवाम को यह अवसर प्रदान कर रही है और हमने 2018-19 की तुलना में विरोध प्रदर्शनों में काफी कमी देखी है।
Created On :   5 Aug 2020 6:31 PM IST