घाटी के इन किसान भाइयों ने ऑर्गेनिक खेती में किया कमाल
- उन्होंने 'मन की बात' पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से प्रेरित होने के बाद ऑर्गेनिक खेती को अपनाया।
- ये कहानी जम्मू-कश्मीर में रहने वाले दो किसान भाइयों की है जिन्होंने ऑर्गेनिक खेती के द्वारा डबल प्रॉफिट कमाया और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।
- जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के चैनतल गांव में किसान ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से दोहरे लाभ कमा रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ अब सिर्फ सुनी ही नहीं जाती बल्कि उनकी बातों पर लोग अमल भी करने लगे हैं। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार किसानों को ऑर्गेनिक खेती के फायदों के बारे में बताया है। अब किसानों ने पीएम की इस सलाह को अपनाना शुरू कर दिया है। खुशी की बात ये है कि किसानों को इससे काफी फायदा भी हो रहा है।
डबल प्रॉफिट कमा रहे हैं किसान
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के चैनतल गांव में किसान ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से दोहरे लाभ कमा रहे हैं। उन्होंने "मन की बात" पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से प्रेरित होने के बाद ऑर्गेनिक खेती को अपनाया। ये कहानी जम्मू-कश्मीर में रहने वाले दो किसान भाइयों की है जिन्होंने ऑर्गेनिक खेती के द्वारा डबल प्रॉफिट कमाया और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।
दो भाईयों ने की शुरुआत
किसान बिशन दास ने कहा, "हमने फर्टीलाईजर्स और कीटनाशकों का उपयोग किए बिना विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाना शुरू किया था और इससे हम दोगुना लाभ कमा रहे हैं। लोग इन सब्जियों के लिए अतिरिक्त भुगतान करने के लिए तैयार हैं"।
इस तरह की जाती है ऑर्गेनिक खेती
ऑर्गेनिक खेती 20वीं शताब्दी की शुरुआत में तेजी से बदलती कृषि पद्धतियों की प्रतिक्रिया में आई थी। ऑर्गेनिक खेती में कंपोस्ट खाद, हरी खाद और बोन मील जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
Created On :   14 Jun 2018 4:02 PM IST