भारतीय वायुसेना के पास फंड की कमी, नहीं खरीद पा रही मिसाइल-हेलीकॉप्टर

भारतीय वायुसेना के पास फंड की कमी, नहीं खरीद पा रही मिसाइल-हेलीकॉप्टर
भारतीय वायुसेना के पास फंड की कमी, नहीं खरीद पा रही मिसाइल-हेलीकॉप्टर
भारतीय वायुसेना के पास फंड की कमी, नहीं खरीद पा रही मिसाइल-हेलीकॉप्टर
हाईलाइट
  • पूर्वी और पश्चिमी फ्रंट्स पर महत्वपूर्ण एयरबेस के रनवे का काम रुका
  • हेलीकॉप्टर और स्मार्ट बम की खरीदी भी नहीं कर पा रही वायुसेना
  • जरूरी मिसाइल और हेलीकॉप्टर खरीदने के बारे में भी कई बार सोचना पड़ रहा है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के पास इस समय फंड की कमी है। यही कारण है कि उसे जरूरी मिसाइल और हेलीकॉप्टर खरीदने के बारे में भी कई बार सोचना पड़ रहा है, हालांकि बजट की यह कमी धीरे-धीरे हो रही है। इसका प्रभाव भारतीय वायुसेना (IAAF) की परिचालन तैयारियों पर भी पड़ रहा है। पूर्वी और पश्चिमी फ्रंट्स पर महत्वपूर्ण एयरबेस के रनवे की मरम्मत का काम तो रुका ही हुआ है। हेलीकॉप्टर और स्मार्ट बम की खरीदी भी नहीं हो पा रही है। 

 

जानकारी के मुताबिक 3,500 करोड़ रुपए के 32 ब्रिटिश हॉक एडवांस्ड जेट ट्रेनर्स औप 6,900 करोड़ के 48 रूसी MI-17 V5 मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टर की खरीदी फंड की कमी के कारण रूकी हुई है। इसमें दुश्मन पर सटीक मार करने वाले रशियन लेजर गाइडिड बम भई शामिल हैं। बता दें कि देशभर के रनवे और एयरबेस के बुनियादे ढांचों को भी अपग्रेड किया जाना था, लेकिन फंड की कमी से ये काम भी धीमा पड़ रहा है।

 

अपग्रेड होने वाले एयरबेस में से तीन शिलोंग स्थित वायु सेना के अधीन है। फंड की कमी भी ऐसे सामने सामने आ रही है, जब तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (TAR) में चीन मिलिट्री एविएशन सेटअप को अपग्रेड कर रहा है। चीन अपने सैनकों के लिए टीएआर में अंडरग्राउंड हैंगर, पार्किंग, 14 प्रमुख अयरफील्ड, हेलीीपैड और लैंडिंग ग्राउंड भी बनवा रहा है। इनमें से कुछ का निर्माण तो सुरंग खोदकर किया जा रहा है।

 

इनमें से कुछ को पहाड़ों में सुरंग खोदकर बनाया जा रहा है। एक मामले में IAF को अदालत का रुख भी करना पड़ा था। ये मामला वेस्टर्न फ्रंट पर IAF के बकाया बिल न देने का है। जानकारी के मुताबिक बक्षी और सिरसा का तालाब (लखनऊ) जैसे स्टेशनों पर चल रहे काम के अलावा हैदराबाद में  IAF अकादमी प्रर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। आईएएफ 36 फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमानों के लिए 59,000 करोड़ रुपए और 5 रूसी एस-400 ट्रायमफ एयर डिफेंस मिसाइल स्क्वाड्रन के लिए 40,000 करोड़ रुपए के लिए दो गेम-चेंजिंग मेगा डील से उत्साहित है।

Created On :   20 Oct 2018 4:06 PM IST

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