भारतीय फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा को मिलेगा नोबेल शांति पुरुस्कार! इस संस्था ने किया दावा

Indian Fact Checker Mohammad Zubair and Prateek Sinha to get Nobel Peace Prize!
भारतीय फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा को मिलेगा नोबेल शांति पुरुस्कार! इस संस्था ने किया दावा
नोबल पुरस्कार भारतीय फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा को मिलेगा नोबेल शांति पुरुस्कार! इस संस्था ने किया दावा
हाईलाइट
  • 7 अक्टूबर 2022 को होगा विजेता का ऐलान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही एक ट्वीट के कारण गिरफ्तार होने वाले देश के फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और उनके साथी प्रतीक सिन्हा को नोबेल शांति पुरुस्कार के दावेदारों में चुना गया है। इस बात की पुष्टि टाइम की एक रिपोर्ट ने की है। 

टाइम के अनुसार, फैक्ट चेक साइट AltNews के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा और जुबैर, नामांकन के आधार पर पुरस्कार जीतने के दावेदारों में से हैं, जिन्हें नॉर्वेजियन सांसदों के जरिए से पब्लिक किया गया। इसके अलावा बुकमार्क्स ने इन्हें नोबल शांति पुरुस्कार से नवाजे जाने की भविष्यवाणी की है और दोनों को पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा चुना गया है। 

गिरफ्तार होने के बाद बटोरी थी सुर्खियां 

मोहम्मद जुबैर को मौजूदा साल में 2018 में किए गए एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने उन पर धर्म के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर काम करने का आरोप लगाया।

जुबैर की गिरफ्तारी से देश ही नहीं बल्कि विदेशों की कई संस्थाओं ने नाराजगी जताई थी। इस पर अमेरिकन नॉन-प्रॉफिट कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट ने बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत में प्रेस स्वतंत्रता के लिए एक और निम्न, जहां सरकार ने सांप्रदायिक मुद्दों पर प्रेस रिपोर्टिंग के सदस्यों के लिए एक शत्रुतापूर्ण और असुरक्षित वातावरण बनाया है।"

सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के एक महीने बाद जुबैर तिहाड़ जेल से बाहर आ गए थे।

7 अक्टूबर 2022 को होगा विजेता का ऐलान 

2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में लगभग 343 उम्मीदवार हैं, 251 व्यक्ति हैं और 92 संगठन शामिल हैं। हालांकि, नोबेल समिति ने नॉमिनेट  व्यक्तियों के नामों की घोषणा नहीं की है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल नार्वे के सांसदों द्वारा बेलारूसी विपक्षी राजनेता स्वियातलाना सिखानौस्काया, प्रसारक डेविड एटनबरो, जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग, पोप फ्रांसिस, तुवालु के विदेश मंत्री साइमन कोफे, और म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार को नॉमिनेट किया गया है। इस दौड़ में इनके अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडोमिर जेलेंस्की, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और रूसी असंतुष्ट और व्लादिमीर पुतिन के आलोचक एलेक्सी नवलनी भी शांति पुरस्कार के दावेदारों में शामिल हैं।

2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा स्थानीय समयानुसार 7 अक्टूबर को ओस्लो में सुबह 11 बजे की जाएगी।

Created On :   5 Oct 2022 12:12 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story