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ऑफर: IRCTC चलाएगा स्पेशल ट्रेन, जो कराएंगी गंगा सागर से जगन्नाथ तक के दर्शन

हाईलाइट
- जनवरी और फरवरी में 10-10 दिन के लिए दो स्पेशल ट्रेन
- स्पेशल ट्रेनों के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है
- जगन्नाथ, कोणार्क मंदिर सहित कई स्थानों के दर्शन होंगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यदि आप किसी तीर्थ यात्रा का मन बना रहे हैं, जिसमें आप गंगा सागर स्नान या भगवान जगन्नाथ के दर्शन के अभिलाषी हैं। तो आइआरसीटीसी आपकी ये इच्छा जल्द पूरी करने जा रहा है। दरअसल आईआरसीटीसी जनवरी और फरवरी में 10-10 दिन के लिए दो स्पेशल ट्रेन चलाएगा। दोनों ट्रेनों के जरिए श्रद्धालु जसीडीह में बाबा बैजनाथ धाम, कोलकाता में गंगा सागर, पुरी में जगन्नाथ व कोणार्क मंदिर, गया में विष्णुपाद मंदिर व महाबोधि मंदिर तथा वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
जानकारी के अनुसार इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) द्वारा चलाई जाने वाली दो स्पेशेल ट्रेलें श्रद्धालुओं को गंगा सागर स्नान और बाबा बैजनाथ, काशी विश्वनाथ, भगवान जगन्नाथ के दर्शन कराएंगी। इसके लिए इससे पहले गोरखपुर से स्पेशल ट्रेन 28 जनवरी को रवाना होगी।
इतना किराया
स्पेशल ट्रेनों के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। वेबसाइट से ऑनलाइन या लखनऊ गोमतीनगर स्थित पर्यटन कार्यालय से टिकटों की बुकिंग कर सकते हैं। इसके लिए प्रति व्यक्ति 9450 रुपए किराया निर्धारित किया गया है। इनमें सात ज्योतिर्लिंगों का दर्शन कराने के लिए 12 रात और 13 दिन का टूर पैकेज है। यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति 12285 रुपए किराया रखा गया है, जिसमें यात्रा से लेकर नाश्ता व भोजन की भी व्यवस्था है।
बस से स्थानीय यात्राएं
जानकारी के अनुसार पहला टूर पैकेज 21 से 30 जनवरी तक तथा दूसरा टूर पैकेज दो से 11 फरवरी तक है। टूर पैकेज के तहत स्पेशल ट्रेन में बरेली, मुरादाबाद और लखनऊ में बैठने की सुविधा रहेगी। इसके अलावा बस से स्थानीय यात्राएं कराई जाएंगी।
रात्रि के भोजन व्यवस्था
श्रद्धालुओं को शाकाहारी नाश्ता, दोपहर व रात का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। ठहरने के लिए धर्मशालाओं की व्यवस्था रहेगी। शाकाहारी नाश्ता दोपहर और रात्रि के भोजन की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा स्थानीय यात्राएं बसों से पूरी कराई जाएंगी।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।