क्या केंद्र सरकार एक बार फिर करने वाली है नोटबंदी?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चर्चा है कि केंद्र सरकार एक बार फिर से नोटबंदी करने वाली है। सूत्रों के अनुसार इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने सरकार को आगाह किया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) 2000 रुपए के नए नोटों के करीब 8 से 10 सिक्योरिटी फीचर्स की नकल करने में सफल हो गई है। हाल ही में बांग्लादेश और पाक सीमा पर तस्करों के पास से बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद किए गए है्ं। यह भी कहा जा रहा है कि एक और नोटबंदी के माध्यम से कालाबाजारियों द्वारा बडे़ पैमाने पर की गई दो हजार रुपए की जमाखोरी की गई है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के सूत्रों के अनुसार इन दो वजहों से केंद्र सरकार दो हजार रुपए के नोट को प्रचलन से बाहर करने की तैयारी कर रही है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के कुछ tweets से भी लोगों के इस अनुमान को बल मिल रहा है। मीडिया रिपोर्टस भी ऐसााही संकेत देती हैं।
दो हजार के नोटों की छपाई बंद होने की चर्चा
फाइनेंस क्षेत्र के कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि सरकार दो हजार के नोटों की सप्लाई को सीमित करने के क्रम में इन्हें बाजार से धीरे-धीरे हटाने की योजना पर काम कर रही है। इसकी जगह छोटे नोटों से भरे जाने की योजना है, ताकि लोगों को सामान्य लेनदेन में असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। यही वजह है कि हाल के दिनों में दो हजार के नोटों की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है। नोटबंदी के दौरान दो हजार के नोट बड़ी संख्या में छापे गए थे। जिन्हें अब धीरे-धीरे खत्म कर प्रचलन से बाहर करने की योजना है। ऐसी भी खबरें हैं कि रिजर्व बैंक ने दो हजार रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी है। लोगों का मानना है कि इसी गैप को खत्म करने के लिए छोटे मूल्य वर्ग में दो सौ रुपए का नया नोट लाया गया है। अब दो हजार रुपए के नोट को कभी भी बंद किया जा सकता है।
संसद तक पहुंची चर्चा, जेटली ने साधी चुप्पी
बड़ी संख्या में नकली नोट छापे जाने की सूचना के बीच सरकार ने 2,000 रुपये के नोट बंद करने का निर्णय लिया है। अब यह चर्चा संसद तक जा पहुंची है। विपक्षी दलों ने राज्यसभा में फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। अरुण जेटली फिलहाल इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने विपक्षी दलों के सदस्यों के सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया। इस चिंता की एक वजह यह भी है कि पिछले कुछ सप्ताह से बाजार में दो हजार रुपये के नोटों की कमी दिख रही है। सूत्रों के अनुसार फाइनेंस मिनिस्ट्री का मानना है कि इसकी वजह जमाखोरी भी हो सकती है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा कालेधन को बड़े नोटों के रूप में जमा करने की सहज प्रवृत्ति होती है। बड़े नोट आसानी से जमा किए जा सकते हैं। दो हजार के नोटों के प्रचलन में कमी आने के पीछे जमाखोरी भी एक वजह हो सकती है।
नकली नोटों की वजह से की जा रही है नोटबंदी
यह भी खबर है कि पाकिस्तान में दो हजार रुपये के नकली नोट छापे जा रहे हैं। खुफिया इनपुट के अनुसार इन नकली नोटों को बांग्लादेश के रास्ते भारत में भेजने की तैयारी है। हाल ही में बीएसएफ ने नकली नोटों के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। दो हजार के नए नोट जारी होने के दो महीने के बाद ही पाक में बैठे तस्करों ने भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए जाली नोटों की तस्करी शुरू कर दी है। फिलहाल नकली नोटों की खेंप में सिर्फ दो हजार के नोट ही बरामद किए गए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान 500 के नकली नोट भी छाप रहा है। खुफिया इनपुट के अनुसार तस्कर असली नोट के 17 में से 11 सिक्युरिटी फीचर कॉपी करने में कामयाब हो गए हैं। इससे अब नकली नोटों को पहचानना मुश्किल हो गया है। जांच अधिकारियों का मानना है कि ये नोट जल्दी ही बड़ी संख्या भारतीय बाजार में पहुंच सकते हैं।
Created On :   20 Oct 2017 7:37 PM IST