भारत लौटने की खबर को जाकिर ने बताया अफवाह, कहा-सरकार निष्पक्ष होगी तब लौटूंगा

- बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले के जिम्मेदार जाकिर नाईक ने भारत लौटने से संबंधित खबरों को खारिज कर दिया है।
- नाईक ने कहा जब मैं यह महसूस करूंगा कि सरकार निष्पक्ष होगी तब मैं जरूर अपने देश लौट आऊंगा।
- नाईक पर आरोप है कि उसने भड़काऊ भाषणों के जरिए नफरत फैलाई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले के जिम्मेदार जाकिर नाईक ने भारत लौटने से संबंधित खबरों को खारिज कर दिया है। इस्लामिक उपदेशक नाईक ने कहा कि, "मेरे भारत लौटने की खबर पूरी तरह फर्जी और निराधार है। जब मैं यह महसूस करूंगा कि सरकार निष्पक्ष होगी तब मैं जरूर अपने देश लौट आऊंगा।" बता दें कि इससे पहले खबर यह थी कि जाकिर नाईक आज रात भारत लौट सकता है। नाईक पर आरोप है कि उसने भड़काऊ भाषणों के जरिए नफरत फैलाई, नाईक ने आतंकवादियों का वित्त पोषण किया।
We have no such information as of now. We are verifying it: Alok Mittal NIA Spokesperson on reports of Zakir Naik being brought to India today from Malaysia
— ANI (@ANI) July 4, 2018
जाकिर के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल
बांग्लादेश में आतंकवादियों ने दावा किया था कि वे नाईक के भाषणों से प्रेरित होकर जिहाद कर रहे थे। ढाका में आतंकी हमलों के लिए नाईक के भाषण ही जिम्मेदार हैं। हमलों के बाद एक जुलाई 2016 को जाकिर भारत से फरार हो गया था। जाकिर नाईक मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है। नाईक के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। एनआईए ने एक विशेष अदालत में जाकिर के खिलाफ चार्जशीट सौंपी। जाकिर पर युवाओं को अपने भड़काऊ भाषण के जरिए उकसाने और "भारत-विरोधी गतिविधियों" में शामिल होने का आरोप लगा है।
The news of my coming to India is totally baseless and false. I have no plans to come to India till I don"t feel safe from unfair prosecution. Insha Allah when I feel that the government will be just and fair, I will surely return to my homeland: Zakir Naik statement (File pic) pic.twitter.com/mrM8ApGAnv
— ANI (@ANI) July 4, 2018
जाकिर नाईक का पासपोर्ट हो चुका रद्द
नाईक का पासपोर्ट पिछले साल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अनुरोध पर रद्द कर दिया गया था। उसकी संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को सरकार पहले ही गैरकानूनी घोषित कर चुकी है। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की 18.37 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है। इस संपत्ति में म्यूचुअल फंड, बैंक खातों में जमा रकम और अचल संपत्तियां शामिल हैं।
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर मलेशिया से जाकिर के प्रत्यर्पन के लिए आवेदन किया था। विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि मीडिया में जाकिर के प्रत्यर्पण की खबरें आई हैं लेकिन अभी तक मलेशियाई प्रशासन की तरफ से आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। इसके लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।
Created On :   4 July 2018 4:56 PM IST