छिंदवाड़ा की बिटिया को मिला सहारा, इटली के परिवार ने लिया गोद

Italian family adopts orphan house daughter of chhindwara MP
छिंदवाड़ा की बिटिया को मिला सहारा, इटली के परिवार ने लिया गोद
छिंदवाड़ा की बिटिया को मिला सहारा, इटली के परिवार ने लिया गोद

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। चार साल पहले जामई में अनाथ मिली बच्ची की किस्मत चमक उठी है। पिछले चार साल से अनाथालय में रह रही बच्ची को इटली के एक परिवार ने गोद लिया है। अब जल्द ही ये बिटिया इटली में अपने नए परिवार के साथ होगी। यह मासूम बच्ची जिले के जामई विकासखंड से सन् 2014 में अनाथ मिली थी।

छिंदवाड़ा स्थित पालनाघर में लाकर इस बच्ची का नाम ऊषा रखा गया। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक दिन इस बिटिया को ले जाने के लिए विदेश से कोई आएगा, लेकिन ये बुधवार को संभव हो गया। इटली निवासी बास्कोलो और किजियानों ने इस बच्ची को गोद लेने का फैसला किया। तमाम कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 6 फरवरी को ये छिंदवाड़ा आए। मंगलवार को इन्हें बच्ची सौंपी गई। अब ऊषा इटली में जल्द ही अपने नए परिवार के साथ होगी।

दो साल तक चली कागजी प्रोसेस
दो साल पहले इटली के किजियानों ने इस बच्ची को गोद लेने का फैसला किया था। इस परिवार ने केंद्रीय दत्तक एजेंसी (ये एजेंसी  अनाथ बच्चों को गोद देने की प्रोसेस पूरी कराती है) से संपर्क किया। दो साल तक तमाम कागजी प्रक्रिया पूरी की गई। तब जाकर इस बच्ची को मंगलवार को इटली के किजियानों को सौंपा गया।

आंखों में आंसू, दिल में खुशी
2014 से ये बच्ची छिंदवाड़ा स्थित अनाथालय में रह रही है। यहां इसकी देखभाल करने वाली विनीता कुशवाह का कहना है कि ऊषा के जाने का दुख तो है लेकिन खुशी भी है कि एक अनाथ बेटी को उसका नया परिवार मिला।

छिंदवाड़ा का पहला केस
छिंदवाड़ा के इतिहास का पहला मामला है जब किसी अनाथ बेटी को विदेश के परिवार ने अपनाने का फैसला किया है। इटली से आए इस परिवार ने बुधवार को सभी अधिकारियों से मुलाकात करते हुए बच्ची को गोद लेने की खुशी जाहिर की।

कोर्ट ने दिए गोद देने के आदेश
तमाम कागजी प्रक्रियाए पूर्ण होने के बाद न्यायालय ने इटली के इस परिवार को गोद देेने के आदेश महिला सशक्तिकरण विभाग के अधिकारियों को दिए। अब 8 फरवरी को ऊषा को इटली रवाना किया जाएगा। ऊषा के वीजा और पासपोर्ट की तमाम प्रकियाएं पूर्ण हो चुकी है।

जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी मोनिका बिसेन ने कहा कि एक अनाथ बच्ची को नया सहारा मिला ये एक अच्छी बात है और लोगों को भी अनाथ बच्चों को गोद लेने के लिए सामने आना चाहिए। इसकी प्रोसेस काफी आसान है।

Created On :   7 March 2018 10:35 PM IST

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