जेटली मानहानि केस: जेठमलानी के बाद वकील अनूप चौधरी ने भी छोड़ा केजरीवाल का साथ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा दायर किए गए आपराधिक मानहानि मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसिबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस मामले में पहले केजरीवाल की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने केस को अधर में छोड़ दिया था, वहीं अब वकील अनूप जॉर्ज चौधरी ने भी खुद को इस केस से अलग कर लिया है। चौधरी का कहना है कि उनके पास इस मामले में पर्याप्त सबूत या दस्तावेज नहीं हैं, जिसके चलते 12 फरवरी को सुनवाई के दौरान उन्हें शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था। एक चिट्ठी लिखकर चौधरी ने कहा कि वे अब इस मामले में केजरीवाल की ओर से मुकदमें की पैरवी नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने अरुण जेटली पर 2000 से 2013 के बीच डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आरोप लगाए गए थे कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में जेटली के अध्यक्ष रहते वित्तीय गड़बड़ियां हुई थी। इन आरोपों के खिलाफ अरुण जेटली ने केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी (AAP) के छह नेताओं पर 10 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा ठोका था। इस मामले में केजरीवाल के अलावा आप नेता आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक वाजपेयी आरोपी हैं।
बता दें कि राम जेठमलानी ने शुरुआत में इस मामले में AAP की ओर से पैरवी की थी। इस पैरवी के लिए अरविंद केजरीवाल राम जेठमलानी की फीस के तौर पर दो करोड़ रुपये भी नहीं चुका पाए थे। वहीं कोर्ट में जेठमलानी द्वारा जेटली के लिए croock (बदमाश) शब्द के उपयोग को लेकर भी बढ़ते विवाद के बाद जेठमलानी ने केस को बीच में छोड़ दिया था। यह भी बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल के खिलाफ केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली द्वारा दायर 10 करोड़ रुपए के एक नए मानहानि मुकदमे में मुख्यमंत्री के जवाब में देरी को लेकर सितंबर में उन पर 5,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
Created On :   16 Feb 2018 11:24 PM IST