सभी देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, पता नहीं भारत-पाक कब एक होंगे : महबूबा

सभी देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, पता नहीं भारत-पाक कब एक होंगे : महबूबा
सभी देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, पता नहीं भारत-पाक कब एक होंगे : महबूबा
सभी देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, पता नहीं भारत-पाक कब एक होंगे : महबूबा

डिजिटल डेस्क, सांबा। भारत-पाकिस्तान सीमा पर रमजान के दौरान भी चल रही गोलीबारी से निराश होकर जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि दुनिया भर के देश अपने मतभेद भूलाकर शांति के लिए एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, लेकिन पता नहीं भारत-पाकिस्तान कब एक होंगे। शुक्रवार को उन्होंने यह बयान दिया। इसके साथ ही उन्होंने सीमा पर हो रही गोलीबारी के लिए पाकिस्तान को जमकर लताड़ भी लगाई। उन्होंने कहा, "हमने सोचा था कि रमजान के महीने में पाकिस्तान सीजफायर वायलेशन नहीं करेगा, लेकिन वह अपनी आदतों से बाज़ नही आया और परिणाम यह हुआ कि रमजान में भी सीमा पर गोलीबारी जारी है।"

महबूबा ने इसके साथ ही यह भी कहा है कि राज्य सरकार एक बॉर्डर भवन बनाने पर विचार कर रही है ताकि भारी गोलीबारी की स्थिति में सीमा पर रहने वाले लोगों को वहां ठहराया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने ताजा सीजफायर वायलेशन में अपनों को खोने वाले परिवार के सदस्यों को नौकरी देने का भी फैसला किया है।

 

 

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से रमजान और अमरनाथ यात्रा को देखते हुए सीमा पर एकपक्षीय सीजफायर करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीर घाटी में बिगड़े हालात को सुधारने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लगाए गए एकपक्षीय सीजफायर वाले फॉर्मूले को अपनाया जाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर सीएम की इस अपील पर केन्द्र सरकार ने भी हामी भर दी थी। केन्द्र ने कहा था कि रमजान के दौरान सेना जम्मू-कश्मीर में कोई नया ऑपरेशन शुरू नहीं करेगी और न ही सीमा पर गोलीबारी करेगी। हालांकि केन्द्र ने आतंकी हमलों के दौरान और पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी करने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई करने की छूट दी थी।

Created On :   25 May 2018 7:53 PM IST

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