कठुआ रेप केस: पुलिस ने कहा-"नाबालिग से रेप नहीं होने की खबर झूठी"
डिजिटल डेस्क, कश्मीर। कठुआ गैंगरेप को लेकर जहां एक ओर लोग सड़कों पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन जता रहे हैं। देश से लेकर विदेश तक इस घटना की गूंज फैली हुई है। वहीं देश के एक बड़े अखबार ने इस घटना को लेकर दावा किया कि कठुआ में बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ ही नहीं था। अखबार के इस दावे को लेकर जम्मू और कश्मीर पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी किया है। पुलिस ने ट्विटर पर एक लेटर जारी कर कहा कि प्रिंट/इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में कई तरह की जानकारियां दी जा रही हैं। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने ऐसी सारी खबरों को गलत बताया है।
मेडिकल रिपोर्ट में हुई पुष्टि
इस मामले की चार्जशीट संबंधित कोर्ट में जमा करवा दी गई है। जांच एजेंसी पूरक चार्जशीट भी जमा करवाने की प्रक्रिया में है। पुलिस ने कहा कि बीते दो दिनों में मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर खबरें जारी की गई, जो सच नहीं है। यह रिकॉर्ड पर रखा जाता है कि मेडिकल एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि आरोपियों द्वारा पीड़िता का यौन उत्पीड़न किया गया था। इसी के आधार पर मामले में सीआरपीसी की धारा 376 (डी) जोड़ी गई थी।
Press release....Case FIR No 10/2018 dated 12.01.2018 Police Station Hiranagar Kathua. pic.twitter.com/ek2IsXDpsa
— JK Police (@JmuKmrPolice) April 21, 2018
मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू कश्मीर पुलिस के एसएसपी (क्राइम) रमेश जाला ने कहा कि ‘पिछले दिनों प्रसारित की गई मीडिया रिपोर्ट्स गलत हैं। जांच रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पीड़िता का यौन उत्पीड़न किया गया था और ऐसा मेडिकल विशेषज्ञों की राय की आधार पर कहा गया है। बता दें कि 10 जनवरी को कठुआ के रसाना गांव से 8 साल की एक लड़की गायब हो गई थी। जिसके बाद उसकी लाश जंगल में बरामद हुई।
फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट में खुली और पर्तें
पुलिस की चार्जशीट में बताया गया है कि लड़की को मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया था। उसका गैंगरेप करने के बाद हत्या कर दी गई। बलात्कार के आरोपियों के समर्थन में लोगों के आने और घटना को धार्मिक रंग दिए जाने के बाद इस घटना से जु़ड़ी कई अफवाहें भी फैलाने की कोशिश की गई। पूरे देश में इस घटना को लेकर कड़ा विरोध हो रहा है।क्राइम ब्रांच ने सभी कानूनी जांच के बाद अदालत के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल किया।
फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में जांच टीम के हाथ कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे हैं, जिससे आरोपियों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट ने एक बार इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों कटघरे में खड़ा कर दिया है।
Created On :   22 April 2018 7:47 AM IST