जेट एयरवेज लापरवाही: यात्री ने 100 अपग्रेड टिकट के साथ मांगा 30 लाख का मुआवजा
- जेट एयरवेज की लापरवाही से यात्रियों की नाक-कान से निकलने लगा था खून
- जेट एयरवेज के यात्री ने मांगा 30 लाख का मुआवजा और 100 अपग्रेड टिकट
- जेट एयरेवज़ का B737 की 9W 697 फ्लाइट मुंबई से जयपुर के लिए जा रही थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जेट एयरवेज की लापरवाही के बाद एक बीमार पड़े यात्री ने जेट एयरवेज के प्रबंधन से 100 अपग्रेड वाउचर के साथ 30 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है। यात्री ने प्रबंधन को लापरवाही से जुड़े कुछ वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी है। दरअसल गुरुवार को मुंबई से जयपुर जा रही जेट एयरवेज की एक उड़ान में पायलट दल द्वारा ‘केबिन प्रेशर’ नियंत्रित नहीं करने के चलते कई यात्रियों के नाक-कान से खून बहने के बाद कई यात्रियों की तबीयत अचानक खराब हो गई थी।
पायलट के लापरवाही के बाद विमान में सफर कर रहे सभी यात्री की तबीयत अचानक खराब होने लगी थी। जिनमें से पांच यात्रियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुआवजा मांग रहे यात्री ने दावा किया है कि जेट एयरवेज ने यात्रियों का ध्यान नहीं रखा। इसलिए यात्री ने 100 इकॉनमी क्लास टिकट को बिजनेस क्लास टिकट में अपग्रेड करने और 30 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है। कानूनी तौर पर देखा जाए तो कोई यात्री यात्रा के दौरान चोटिल हो जाता है तो एयरलाइन को उसका मुआवजा देना पड़ता है।
बता दें कि केबिन प्रेशर नियंत्रित नहीं करने की वजह से पांच यात्रियों को सुनाई देने में थोड़ी सी दिक्कत हो रही है। नाक-कान से खून बहने के बाद यात्रियों का हवाईअड्डे पर ही इलाज किया गया, लेकिन तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से उनमें से पांच को विले पार्ले स्थित डॉक्टर बालाभाई नानावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। ईएनटी डॉक्टरों की टीम का कहना है इन सभी को सुनने में दिक्कत आ रही है। यह परेशानी अस्थाई है और इसे ठीक होने में एक सप्ताह से 10 दिन का समय लगेगा। उन्होंने कहा, सभी को निगरानी में रखा गया है।
DGCA करेगा जांच
जेटएयरवेज के प्रवक्ता ने बताया कि जेट एयरेवज़ का B737 की 9W 697 फ्लाइट मुंबई से जयपुर के लिए रवाना हो रही थी। इस दौरान केबिन क्रू वो स्विच ही ऑन करना भूल गया, जिससे ऑक्सीजन मेंटेन नहीं हो पाया। इस हादसे के बाद DGCA ने क्रू-मेंबर्स को रोस्टर से हटा दिया है। इसके साथ ही दो पायलटों को भी हटा दिया गया है। विमानन कंपनी के अनुसार, विमान सामान्य रूप से मुंबई में उतरा। मामले की जांच पहले डीजीसीए करेगा। उसके बाद ही फैसला होगा कि मामले की जांच एएआईबी को सौंपनी है या नहीं।
Created On :   21 Sept 2018 8:40 AM IST