JNU : उमर खालिद का निष्कासन और कन्हैया पर जुर्माना रहेगा बरकरार
- इसके तहत विश्वविद्यालय से उमर खालिद का निष्कासन आगे भी बरकरार रहेगा।
- कन्हैया कुमार को अपने उपर लगा 10
- 000 रुपए का जुर्माना भी भरना होगा।
- जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में फरवरी 2016 में लगे देशद्रोही नारों के मामले में उमर खालिद और कन्हैया कुमार को मिली सजा बरकरार रहेगी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फरवरी 2016 में लगे देशद्रोही नारों के मामले में उमर खालिद और कन्हैया कुमार को मिली सजा बरकरार रहेगी। JNU की पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने इस पूरे मामले की जांच के बाद इन दोनों की सजा को बरकरार रखा है। इसके तहत विश्वविद्यालय से उमर खालिद का निष्कासन आगे भी बरकरार रहेगा। साथ ही कन्हैया कुमार को अपने उपर लगा 10,000 रुपए का जुर्माना भी भरना होगा।
High-level inquiry committee of Jawaharlal Nehru University (JNU) upheld Umar Khalid"s rustication imposed a fine of Rs 10,000 on Kanhaiya Kumar in connection with the alleged incident of anti-national slogans raised inside college premises on February 9, 2016.
— ANI (@ANI) July 5, 2018
गौरतलब है कि 9 फरवरी 2016 को जेएनयू कैम्पस में एक कार्यक्रम के दौरान देश विरोधी नारे लगे थे। इस मामले में जेएनयू छात्रसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके दो साथी उमर खालिद और अनिर्बन को गिरफ्तार किया गया था। बाद में तीनों जमानत पर रिहा कर दिए गए थे। इस मामले में साल 2016 में ही JNU की जांच कमेटी ने उमर खालिद के साथ दो अन्य छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया था। साथ ही कन्हैया कुमार पर 10,000 का जुर्माना लगाया था। 13 अन्य छात्रों पर भी विश्वविद्यालय के नियम तोड़ने के सिलसिले में जुर्माना लगाया गया था।
JNU में अफजल गुरू के समर्थन में हुए इस कार्यक्रम के बाद बड़ा बवाल मचा था। इस आयोजन के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देशभर से गंभीर प्रतिक्रियाएं आई थी। कई राज्यों में JNU के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए थे। बीजेपी नेताओं ने तो JNU को बंद करने तक की मांग की थी, वहीं विपक्षी दल वीडियो को फेक बताते हुए JNU के छात्रों के समर्थन में खड़े हुए थे।
Created On :   5 July 2018 6:12 PM IST