PFI से मिले पैसों पर कपिल सिब्बल का जवाब, वकालत की फीस के तौर पर मिले थे रुपये
- PFI के भुगतान पर सवाल उठाने वाली खबरों को बकवास बताया
- पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक प्रसिद्ध मामले में हादिया की पैरवी करने के लिए उन्हें भुगतान किया गया
- सिब्बल ने कहा कि उन्हें 2017-2018 में उनकी पेशवर कानूनी सेवाओं के लिए पैसे दिए गए थे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की तरफ से फंडिंग को लेकर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की सफाई आई है। सिब्बल ने सोमवार को कहा कि उन्हें 2017-2018 में उनकी पेशवर कानूनी सेवाओं के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तरफ से पैसे दिए गए थे और उस भुगतान का सीएए-विरोधी प्रदर्शनों से कोई लेना-देना नहीं है। PFI के भुगतान पर सवाल उठाने वाली खबरों को बकवास बताते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक प्रसिद्ध मामले में हादिया की पैरवी करने के लिए उन्हें भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा, मुझे मेरी पेशेवर सेवाओं के लिए भुगतान किया गया था। मुझे बदनाम करने की हर कोशिश को गंभीरता से लिया जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के बैंक खातों का विश्लेषण करते हुए एक बयान जारी किया है जिसमें मेरे नाम पर 77 लाख रुपये भुगतान का विवरण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सीएए दिसंबर 2019 में ही कानून बन गया है। उन सभी मामलों में जिनमें मैं सीएए की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में पेश हुआ हूं, मैंने आज तक किसी मामले में कोई चालान नहीं उठाया है।
कांग्रेस नेता ने अपने बयान में कहा कि उन्हें शफीन जहां (याचिकाकर्ता) बनाम असोकन के.एम. एंड ऑर्म्स (उत्तरदाता) 2017 के एसएलपी Crl) नंबर 19702 में मुकदमेबाजी के संबंध में 77 लाख रुपये का भुगतान किया गया था।
Created On :   28 Jan 2020 12:16 AM IST