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दैनिक भास्कर हिंदी: कर्नाटक चुनाव : मोदी ने की तारीफ तो देवगौड़ा बोले- ये राजनीतिक बयान, BJP-JDS में कोई समझौता नहीं

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए आज से महज 10 दिन का समय बचा है। चुनावी मैदान में उतरे बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस चुनाव प्रचार के दौरान ही एक दूसरे को बराबर का टक्कर दे रहे हैं। सभी दल जी जान लगाकर अपनी साख बचाने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस एक तरफा फतह का ऐलान कर रही है, तो जेडीएस मान रही है कि उसे टक्कर देने वाला कोई नहीं है। बीजेपी भी बाहरी रूप से ये दिखा रही है कि लगातार जीत हासिल की है तो कर्नाटक में भी कमल खिलेगा, लेकिन अंदरूनी तौर पर बीजेपी कहीं न कहीं डरी हुई है उसे हार का सामना न करना पड़ा जाए और इसी डर पर विजय पाने के लिए वो कांग्रेस को निशाने पर लेकर जेडीएस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रही है, लेकिन इस चुनाव में बीजेपी और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के बीच कोई राजनैतिक समझौता होने की ख़बरों पर पूर्व पीएम और राज्य के पूर्व सीएम एचडी देवगौड़ा ने विराम लगा दिया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा खुद की तारीफ करने को महज एक राजनीतिक बयान बताया है ओर कहा है कि बीजेपी और जेडीएस के बीच कोई भी समझौता नहीं होगा.
गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव के प्रचार के दौरान ही पीएम मोदी ने एचडी देवगौड़ा की तारीफ की थी, जिसके बाद कांग्रेस ने यह आरोप लगाया था कि बीजेपी और जेडीएस के बीच कोई गुप्त समझौता हुआ है और देवगौड़ा की पार्टी बीजेपी की बी-टीम के रूप में काम कर रही है। इस आरोप के बाद बुधवार को मीडिया से बात करते हुए देवगौड़ा ने सभी अटकलों को खारिज कर दिया।
कब है चुनाव-
कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 मई को वोटिंग होगी और चुनाव के नतीजे 15 मई को आएंगे। वहीं सामने आ रहे ओपिनियन पोल में किसी भी दल को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस ने सीएम पद का चेहरा सिद्धारमैया को बनाया हैं तो वहीं बीजेपी की तरफ से बीएस येदियुरप्पा मैदान पर हैं। कुमारस्वामी जेडीएस के सीएम पद के उम्मीदवार हैं।
राहुल पर वार, देवगौड़ा की तारीफ
चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी कमर कस चुकी है। मंगलवार यानि 1 अप्रैल को पीएम मोदी भी कर्नाटक के चुनावी रण में उतरे और तीन रैलियों को संबोधित कर जनता से वोट की अपील की। साथ ही जेडीएस की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए पूर्व पीएम और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा को लुभाने की कोशिश की।
We have had political differences with Deve Gowda Ji but there is no denying that he is among India’s most respected leaders.
— Narendra Modi (@narendramodi) 1 मई 2018
The language Congress leaders have used for Deve Gowda Ji is shocking. There is no place for such language in a democracy. pic.twitter.com/g6l3Rom4Hn
पीएम मोदी ने कहा कि देवगौड़ा सर्वाधिक सम्मानित और कद्दावर नेताओं में से एक हैं। उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर देवगौड़ा का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये अहंकार है। आपका जीवन अभी शुरू ही हुआ है। देवेगौड़ा कद्दावर नेताओं में से एक हैं। आप उनका अपमान कर रहे हैं।
Karnataka Congress has a ‘2+1 formula.’ Fearing defeat, the CM is contesting two seats and has vacated his seat to promote dynasty politics.
— Narendra Modi (@narendramodi) 1 मई 2018
Similarly, there is a ‘1+1 formula’ where the kin of Congress leaders get preference over those who work on the ground for the Party. pic.twitter.com/OyHqUHScK3
पीएम मोदी ने कहा था कि केंद्र सरकार किसानों के लिए काम कर रही है लेकिन कर्नाटक की सरकार उसे आगे नहीं बढ़ा रही है। हमारी नीति कृषि और किसान से जुड़ी हुई है।
कर्नाटक सरकार की उदासीनता के कारण कर्नाटक के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। कर्नाटक में ऐसी सरकार चाहिए जो किसानों के प्रति संवेदनशील हो, कृषि और किसान कल्याण जिसका लक्ष्य हो : पीएम मोदी #FarmersWithModi pic.twitter.com/iMD08gPTpX
— BJP (@BJP4India) 2 मई 2018
पीएम की इन बातों से अनुमान लगाए जा रहे हैं कि इस चुनाव में खंडित जनादेश आएगा और किसी भी पार्टी को अकेले अपने दम पर बहुमत नहीं मिलेगा। खबर है कि चुनाव से पहले तक में पीएम करीब एक दर्जन रैलियां करेंगे।
The government is talking about enhancing 'Ease of Doing Business' in the country, but Congress believes in 'Ease of Doing Murder'. This is the culture they have developed: PM Narendra Modi in Udupi. #KarnatakaElection2018 pic.twitter.com/oNhBRN6lyn
— ANI (@ANI) 1 मई 2018
राहुल ने जेडीएस को बताया था बीजेपी की 'बी टीम'
25 अप्रैल को राहुल गांधी ने देव गौड़ा की जनता दल ( सेक्यूलर) पर हमला करते हुए पार्टी को बीजेपी की बी टीम बताया और जेडीएस को 'जनता दल संघ परिवर' करार दिया। मैसूर में जेडीएस पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा था पहले 'एस' का मतलब सेक्यूलर ( धर्म निरपेक्ष ) से था लेकिन अब जेडीएस का नया नाम जनता दल संघ परिवार हो गया है। राहुल ने कहा कि इस चुनाव में दो विचारधाराओं की लड़ाई होगी। एक तरफ बीजेपी और आरएसएस, दूसरी तरफ कांग्रेस है।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा हमें कोई नहीं हरा सकता
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 2 मई को कहा की कई निर्वाचन क्षेत्रों में बीजेपी और जेडीएस ने हाथ मिला लिया है लेकिन इसके बाद भी वो हमें नहीं हरा सकते क्योंकि प्रदेश की जनता हमारे साथ है। इससे पहले सिद्धारमैया ने दावा किया था कि कुमारस्वामी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। वो आरोप लगा रहे थे कि बीजेपी और जेडीएस के बीच रणनीतिक सहमति है। हालांकि जेडीएस बीजेपी से गठबंधन को इनकार कर चुकी है।
In many constituencies BJP and JDS have joined hands, but they still won't be able to defeat us as the people are with us: Karnataka CM Siddaramaiah #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/iyZ1JPah5F
— ANI (@ANI) 2 मई 2018
कुमारस्वामी ने कहा, जेडीएस के सामने बीजेपी- कांग्रेस कहीं नहीं
जेडीएस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि जेडीएस अपने बल पर सत्ता में आएगी। कर्नाटक की जनता अपना मन बना चुकी है किसके सिर पर ताज सजेगा। मुझे जेडीएस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार के आने का पूरा भरोसा है।
कुमारस्वामी का कहना है कि जनता उन्हें किंगमेकर नहीं बल्कि किंग की भूमिका में देखना चाहती है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जेडीएस के सामने बीजेपी और कांग्रेस कहीं नहीं है।
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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