उप्र में दवा उद्योग की संभावनाओं को देख 7 दिन में नीति बनाएं : योगी
लखनऊ, 23 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि दवा उद्योग, चिकित्सकीय उपकरण और हर्बल के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। इसके लिए जाने-माने विशेषज्ञों से राय लेकर में हफ्तेभर में पॉलिसी तैयार करें।
मुख्यमंत्री शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर फार्मा पार्क एवं मेडिकल डिवाइस पार्क के प्रपोजल का प्रस्तुतीकरण देख रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई जाने-माने संस्थान हैं। इनकी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करें। फिलहाल अभी ऐसा नहीं हो रहा है। फार्मा पार्क और फार्मा डिवाइस पार्क से इनको भी जोड़ें।
उन्होंने कहा, मैंने केंद्र से फार्मा पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए अनुरोध किया है। इनके मिलने की पूरी उम्मीद है। इसे ध्यान में रखते हुए इस बावत जो भी तैयारी करनी है, जल्दी करें। सप्ताहभर के अंदर पॉलिसी तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे पास लैंडबैंक की कमी नहीं है। अकेले राजस्व विभाग के पास 1़66 लाख एकड़ का लैंडबैंक है। यह जमीन प्रदेश के सभी नौ जलवायु क्षेत्रों में है। जरूरत के अनुसार, सरकार निवेश करने वाली कंपनियों को स्किल डेवलपमेंट इनिसिएटिव और अन्य रियायतें भी देंगी। कोई भी प्रस्ताव बनाते समय इस संबंध में बुंदेलखंड की संभावनाओं को भी केंद्र में रखें।
मालूम हो कि मार्च में केंद्र सरकार ने देश में कुछ फार्मा और चिकित्सकीय उपकरणों के लिए पार्क बनाने की घोषणा की। जिन राज्यों में ये पार्क बनेंगे, उनको केंद्र की ओर से कई रियायतें दी जाएंगी। इनमें से एक पार्क उप्र को मिले इस बाबत मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। पार्क के लिए संबंधित विभागों ने क्या तैयारियां की हैं। इसी बाबत यह प्रस्तुतीकरण भी था।
प्रस्तुतीकरण में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल, अपर मुख्य सचिव (वित्त) संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव (एमएसएमई) नवनीत सहगल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
Created On :   24 May 2020 12:30 AM IST