महाराष्ट्र : भाजपा के आह्वान पर सड़कों पर उतरे दुग्ध उत्पादक किसान
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में 11 दिनों में दूसरी बार, शनिवार को सैकड़ों किसानों ने दूध की खरीद की कीमतों में वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर राज्यभर में सड़कों पर उतरे।
विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा पुणे में राज्य पार्टी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में अन्य नेताओं के नेतृत्व में प्रदर्शन का आह्वान किया गया।
दुग्ध किसानों की समस्याओं की अनदेखी के लिए राज्य सरकार पर हमला करते हुए, पाटिल ने यह जानना चाहा कि किसानों के मुद्दों को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कितनी बार दिल्ली गए।
पाटिल ने कहा, अगर उन्हें कृषि का कोई ज्ञान नहीं है, तो अजीत पवार या बालासाहेब थोराट जैसे अन्य लोग भी हैं और उन्हें (ठाकरे) उनको किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए केंद्र के पास भेजना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को गाय के दूध के लिए 20 रुपये प्रति लीटर मिलना चाहिए। राज्य सरकार को 10 रुपये की सब्सिडी देनी चाहिए थी, हालांकि राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने 5 रुपये प्रति लीटर दिया था।
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि भाजपा को आंदोलन करने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार ने दूध पाउडर के आयात का फैसला किया है, जिसके कारण घरेलू दूध की कीमतों में गिरावट आई है।
भाजपा के नेताओं प्रवीण दरेकर, भारती पवार, देवयानी फरांडे, सुरेश धस, राहुल ढिकाले, हरिभाऊ बागडे, अतुल सावे, प्रशांत बंब, राम शिंदे, आशीष शेलार, मंगल प्रभात लोधा और अन्य ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन का नेतृत्व किया। कुछ को स्थानीय पुलिस ने कुछ समय के लिए हिरासत में लिया।
इससे पहले, 21 जुलाई को, अखिल भारतीय किसान सभा, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और अन्य किसान संगठनों ने किसानों के समर्थन में एआईकेएस समन्वय समिति के साथ आंदोलन शुरू किया था।
किसानों की मांगों को 9 अगस्त तक नहीं मानने पर एआईकेएस के नेताओं और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
Created On :   1 Aug 2020 6:30 PM IST