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दैनिक भास्कर हिंदी: मोदी सरकार के खिलाफ ममता का धरना जारी, तेजस्वी-कनिमोझी भी हुए शामिल
हाईलाइट
- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 'संविधान बचाओ' धरने पर बैठ गई हैं।
- ममता का ऐलान 8 फरवरी तक धरना स्थल से होंगे सारे सरकारी कामकाज
डिजिटल डेस्क, कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल में शारदा चिटफंड मामले की जांच को लेकर पैदा हुए विवाद में कोलकाता से लेकर दिल्ली तक सियासी संग्राम मचा हुआ है। लोकसभा में जोरदार हंगामे के बाद विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। इधर, सत्ता पक्ष की ओर से ममता के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है। ममता ने ऐलान किया है कि वे 8 फरवरी तक धरना स्थल से ही सारे कामकाज करेंगी। जिसके चलते उन्होंने आज दोपहर एक बजे धरना स्थल पर ही कैबिनेट की बैठक भी ली। ममता ने कहा, लोकतंत्र को बदनाम करने की साजिश हो रही है और हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारा सत्याग्रह किसी एजेंसी के खिलाफ नहीं है, यह मोदी सरकार के अत्याचारों के खिलाफ है। अब हम किसी के दबाव में झुकने वाले नहीं हैं।
बता दें कि आज (सोमवार) सुबह इस विवाद में सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने इस मामले में तुरंत सुनवाई करने से मना कर दिया। कोर्ट ने सीबीआई से इस मामले में पुख्ता सबूत मांगे है। अब इस मामले में मंगलवार को सुनवाई की जाएगी। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को लेकर सोमवार को पूरे पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन किए। जिस जगह ममता बनर्जी का धरना चल रहा है वहां भारी संख्या में समर्थक मौजूद हैं। इसके साथ ही खुद पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी ममता बनर्जी के साथ धरना में मौजूद हैं।
सोमवार का घटनाक्रम :
08.49 PM : राजद नेता तेजस्वी यादव और डीएमके नेता कनिमोझी ने धरना स्थल पर ममता बनर्जी के साथ मंच साझा किया।
Kolkata: RJD leader Tejashwi Yadav and DMK leader Kanimozhi meet West Bengal CM Mamata Banerjee at the stage where she has been sitting on 'Save the Constitution' dharna since 9 PM yesterday over CBI issue. pic.twitter.com/xHO611h2AZ
— ANI (@ANI) February 4, 2019
06.15 PM : CBI ने सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, डीजीपी और कोलकाता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ कंटेप्ट ऑफ कोर्ट की याचिका लगाई।
CBI has filed a contempt plea in the Supreme Court against West Bengal's Chief Secretary, Director General of Police and Kolkata Police Commissioner for wilful and deliberate violation of apex court's orders. pic.twitter.com/iA5oHKPLtb
— ANI (@ANI) February 4, 2019
05.30 PM : ममता बनर्जी ने कहा, मैं अपना जीवन दे सकती हूं लेकिन समझौता नहीं कर सकती। अगर टीएमसी के कार्यकर्ताओं को आप छूएंगे तो मैं रोड पर नहीं उतरूंगी लेकिन अगर आप कोलकाता पुलिस कमिश्नर के पद का अपमान करेंगे तो मुझे गुस्सा आएगा।
West Bengal CM Mamata Banerjee: I am ready to give my life but not compromise. I did not take to the streets when you touched TMC leaders. But I am angry when they tried to insult the chair of the Kolkata Police Commissioner, he is leading the organisation. pic.twitter.com/XhI0uEhpu5
— ANI (@ANI) February 4, 2019
05.10 PM : ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल पुलिस और कोलकाता पुलिस के एक कार्यक्रम में पहुंची। कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी कार्यक्रम में मौजूद।
West Bengal CM Mamata Banerjee attend a West Bengal Police and Kolkata Police event. Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar also present. pic.twitter.com/zyFgfzJwHa
— ANI (@ANI) February 4, 2019
05.00 PM : कोलकाता के भाबनीपुर में बीजेपी कार्यलय में हुई तोड़फोड़।
Kolkata: BJP office in Bhabanipur has been vandalised. More details awaited. #WestBengal pic.twitter.com/LvKXrQqtHW
— ANI (@ANI) February 4, 2019
04.50 PM : कोलकाता के CBI जॉइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव दिल्ली के लिए रवाना।
Central Bureau of Investigation (CBI) Joint Director of Kolkata Pankaj Srivastav leaves for Delhi. pic.twitter.com/Id8QcGIzgs
— ANI (@ANI) February 4, 2019
04.15 PM : पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता पीएम मोदी और केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
West Bengal: TMC workers protest against PM Narendra Modi and Central govt over CBI issue in Kolkata. pic.twitter.com/gg7w2MLusR
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- धरना प्रदर्शन के मामले में केजरीवाल की राह पर चल रही है ममता बनर्जी: रविशंकर प्रसाद, कानूनमंत्री
- क्या भ्रष्टाचार की जांच होना गुनाह है- रविशंक प्रसाद, कानून मंत्री
- बंगाल में ममता बनर्जी के साथ पुलिस कमिश्नर धरने पर बैठते है यह देश के लिए बिल्कुल सही नहीं है: रविशंकर प्रसाद, कानून मंत्री
- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी द्वारा तैयार की गई गोपनीय रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी गई। आज सुबह गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया था कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यपाल से रिपोर्ट मांगी है।
A confidential report prepared by West Bengal Governor Keshari Nath Tripathi has been sent to Ministry of Home Affairs (MHA). pic.twitter.com/0EABf5A4qM
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी और भूपेंद्र यादव सहित बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल मुद्दे पर आज दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात की।
Delhi: BJP delegation including Defence Minister Nirmala Sitharaman, Mukhtar Abbas Naqvi & Bhupendra Yadav met Election Commission today on West Bengal issue. pic.twitter.com/hYIbAyf6RI
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार ने जो कुछ भी किया वह बहुत खतरनाक है, संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ। हर राज्य में एक निर्वाचित सरकार होती है, अगर पीएम इस तरह सीबीआई और ईडी भेजते रहे और अधिकारियों को डराने की कोशिश करते रहे तो यह देश सुरक्षित नहीं होगाः अरविन्द केजरीवाल
- 2019 लोकसभा चुनाव के लिए अभी आचार संहिता की घोषणा भी नहीं हुई लेकिन फिर भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रैली नहीं होने दी जा रही हैः निर्मला सीतारमण
- ये ममता जी की इमर्जेंसी है बंगाल में, हमारी नहीं है, ममता जी की हैः प्रकाश जावड़ेकर
Union Minister Prakash Javadekar: Ye Mamata ji ki emergency hai Bengal mein. Hamari nahi hai, Mamata ji ki hai. pic.twitter.com/eI6PlVTLfX
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- संसद में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, आखिर रात में 7 बजे जाकर 40-40 अधिकारी एक पुलिस कमिश्नर को गिरफ्तार करने की कोशिश करते हैं, इसे क्या समझा जाए।
- हमने सभी विपक्षी दलों से बात की है, हम सभी साथ आगे बढ़ेंगे। हमें संविधान, देश और संघीय ढांचे को बचाना है। बाद में आज सभी विपक्षी दल चुनाव आयोग भी जाएंगेः डेरेक ओ ब्रायन, टीएमसी
Derek O'Brien, TMC in Parliament: We have spoken to all opposition parties, we all will go forward. We have to save the Constitution, the country and the federal structure. Later today, all opposition parties will go to the Election Commission. pic.twitter.com/8sRK6m86x7
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- कल की घटना से संवैधानिक व्यवस्था टूट गई-राजनाथ सिंह
- राज्य सरकार के कदम से घोर अव्यवस्था पैदा होगी- राजनाथ सिंह
- लोकसभा में संसादों ने हंगामा करते हुए मोदी सरकार के खिलाफ सीबीआई तोता है के नारे लगाए।
- लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी भी नहीं हुआ
- सीबीआई विवाद पर लोकसभा में हंगामा
- सत्र को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, हमने अपने कार्यकाल में किसानों के लिए काफी काम किया है।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से झूठे वादे कर रही है
- आज ही पश्चिम बंगाल का बजट भी पेश होना है, ममता बनर्जी ने धरना स्थल से ही विधानसभा सत्र को संबोधित किया।
- सोमवार सुबह गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से बात की है। जिसके बाद राज्यपाल ने चीफ सेकेट्ररी और डीजीपी को समन किया है।
- पश्चिम बंगाल के मसले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र CBI निदेशक से डरता था, अब वे CBI का उपयोग करके सभी को डराने की कोशिश कर रहे हैं। संस्थानों का दुरुपयोग किसने किया? अगर किसी ने संस्थानों का राजनीतिकरण किया है तो वह बीजेपी है।
Akhilesh Yadav, SP chief on CBI issue in West Bengal: There was CBI row, centre was scared of a CBI director, now they are trying to scare everyone using CBI. Who has misused the institutions? If someone has politicised the institutions, it is BJP. https://t.co/OxsIQqDk6E
— ANI UP (@ANINewsUP) February 4, 2019
- सुनवाई के दौरान कोर्ट में किसने क्या कहा
कोर्ट के अंदर अपनी याचिका में सीबीआई ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को कई बार समन किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से जांच में कोई सहयोग नहीं किया जा रहा था और वह इन्वेस्टिगेशन में बाधाएं भी पैदा कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता में चल रहे सियासी ड्रामे पर तुरंत सुनवाई से मना कर दिया है। CJI ने कहा है जरूरी नहीं इस मामले में आज ही सुनवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं तो वह कार्रवाई करने को तैयार हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा है कि वह पहले सबूत पेश करें, अगर कमिश्नर के खिलाफ सबूत हैं और वो दोषी हैं तो उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीबीआई द्वारा राजीव कुमार पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाया गया है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, अगर कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने सबूत नष्ट करने की कोशिश की है तो उससे जुड़े साक्ष्य हमारे सामने लाए जाएं इस पर ऐसी कार्रवाई होगी कि उन्हें पछताना पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को की जाएगी।
- सुप्रीम कोर्ट पहुंची सीबीआई
CBI moves Supreme Court seeking directions to Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar to cooperate with the investigation in Saradha chit fund case. pic.twitter.com/SbM7kPu6Rh
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- सीबीआई मोदी का तोता- टीएमसी
- पश्चिम बंगाल के शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद सुप्रीम कोर्ट में थोड़ी देर में सुनवाई
- हम ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार की निरंकुशता और अत्याचार के खिलाफ उठाए गए रुख की सराहना और समर्थन करते हैं। हम दृढ़ता से उनके पीछे खड़े हैं और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई में उनके साथ हैं:राज ठाकरे
- धरना स्थल पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
#WATCH West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee continues dharna over CBI issue after a short break early morning. West Bengal CM began the 'Save the Constitution' dharna last night. #Kolkata pic.twitter.com/DBoS0GC1MJ
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा के बजट सत्र को मोबाइल के जरिए संबोधित करेंगी।
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपने सभी सांसदों को आदेश दिया है कि वह संसद के बाहर और अंदर इस मुद्दे पर प्रदर्शन करें।
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी, एचडी देवगौड़ा, अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के अन्य नेताओं संग बात की।
- इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी आने के बाद विपक्ष के नेता आगे की रणनीति पर काम कर सकते हैं।
- पश्चिम बंगाल में चल रहे घटनाक्रम को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी और भूपेंद्र यादव सहित बीजेपी का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा।
- इस बीच खबर है कि दिल्ली के CM अरविन्द केजरीवाल और RJD नेता व बिहार के पूर्व डेप्युटी CM तेजस्वी यादव ममता बनर्जी का समर्थन करने के लिए आज कोलकाता पहुंच सकते हैं।
- सीबीआई मामले में डीजीपी और मुख्य सचिव ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से की मुलाकात।
- सोमवार सुबह धरनास्थल पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दोपहर में इसी स्थल पर होगी कैबिनेट बैठक
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee at 'Save the Constitution' dharna in #Kolkata. She has been staging dharna since last night over CBI issue. pic.twitter.com/rFLuBIghfs
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- धरनास्थल पर सोमवार सुबह से ही जुटने लगे टीएमसी समर्थक। सीएम ममता दोपहर एक बजाे बुला सकती हैं कैबिनेट मीटिंग।
Kolkata: Latest visuals from near Metro Channel where West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee is holding her 'Save the Constitution' dharna over the ongoing CBI issue pic.twitter.com/jNA3mTDb6N
— ANI (@ANI) February 4, 2019
- रेल रोको प्रोटेस्ट को लेकर मिदनापुर स्टेशन पर पहुंचे टीएमसी कार्यकर्ता।
West Midnapore: TMC workers stage 'rail roko protest' at Midnapore Railway Station over the ongoing CBI issue. #WestBengal pic.twitter.com/8lIQVsWJT7
— ANI (@ANI) February 3, 2019
बता दें कि CBI की टीम रविवार को शारदा चिटफंड मामले में पूछताछ के लिए कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची थी। जिसके बाद सीबीआई के पांच अधिकारियों को कोलकाता पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें रात में ही छोड़ दिया गया। अपने आप में देश का यह ऐसा पहला मामला है जब CBI की टीम को पुलिस ने इस तरह से रोका हो और उसके बाद हिरासत में ले लिया हो।अब इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी मेट्रो चैनल के सामने धरने पर बैठे गई है। सोमवार को पश्चिम बंगाल का बजट भी पेश होना है, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि वे विधानसभा जाने के बजाय धरने पर बैठी रहेंगी और मोबाइल से अपना बजट भाषण देंगी। खास बात ये है कि पुलिस कमिश्नर जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं वो भी ममता के साथ धरने पर बैठे हुए हैं।
- ममता का आरोप
शारदा चिटफंड मामले में कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची सीबीआई टीम पर ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि सीबीआई की टीम बिना किसी सर्च वारंट के राजीव कुमार के घर पहुंची और घर में घुसने की कोशिश की। हालांकि, सीबीआई का तर्क था कि वह जरूरी कागजों के साथ वहां पर पहुंची थी, लेकिन उन्हें कोई कार्रवाई नहीं करने दी गई। ममता ने अपने आरोपों में केन्द्र सरकार को घेरते हुए कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से सीबीआई को निर्देश दे रहे थे।
- क्या है शारदा चिटफंड मामला?
पश्चिम बंगाल में जिस मामले की जांच को लेकर घमासान मचा हुआ है। दरअसल वह मामला देश के चर्चित चिटफंड मामलों में से एक है।दरअसल बंगाल में शारदा चिटफंड कंपनी ने आम लोगों को 34 गुना रकम करने का वादा किया गया था और लोगों से पैसे ठग लिए। जिसमें 40 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। कोलकाता पुलिस के कमिश्नर राजीव कुमार ने इस मामले में बनी एसआईटी की अगुवाई की थी।सीबीआई का कहना है कि मामले से जुड़े कुछ जरूरी दस्तावेज इनके पास हैं।
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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दैनिक भास्कर हिंदी: पीएम बनना नहीं, BJP के खिलाफ सभी दलों को एकजुट करना है लक्ष्य : ममता बनर्जी