- पीडीपी फिलहाल यहां किसी अन्य पार्टी के समर्थन से सरकार नहीं बनाएगी।
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा ने कहा वो पूरी तरह एजेंडे पर चली हैं।
- महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्तीफा राज्यपाल एनएन वोहरा को सौंप दिया है।
डिजिटल डेस्क, जम्मू। भारतीय जनता पार्टी द्वारा जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से समर्थन वापस लेने के बाद महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल एनएन वोहरा को सौंप दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा ने बताया कि उन्होंने जिस एजेंडे के तहत बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, वे पूरी तरह उस एजेंडे पर चली हैं। उन्होंने कहा, "बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने का मकसद कश्मीर में शांति लाना था और हमने इसके लिए पूरी कोशिश की।"
I submitted my resignation (as JK CM) to the Governor told him that we are not looking to explore any other alliance: Mehbooba Mufti #JammuAndKashmir pic.twitter.com/anBjELouAK
— ANI (@ANI) June 19, 2018
महबूबा ने कहा, "गठबंधन का मकसद कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत बढ़ाना, उनमें सरकार के प्रति विश्वास जागृत करना, पाकिस्तान के साथ अच्छे रिश्ते बनाना था। जो हमने किया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हमारी अपील पर यहां के लोगों के साथ बातचीत के लिए प्रयास किए। हमारी कोशिशों के तहत पीएम मोदी, पाकिस्तान गए। हमारी अपील पर केन्द्र सरकार ने एकतरफा सीजफायर लागू किया। हमने जो कहा वो किया।"
महबूबा ने बताया, "हमने कहा था सरकार बनने पर कश्मीर के स्पेशल स्टेटस के साथ हम छेड़छाड़ नहीं होने देंगे। तीन सालों की हमारी सरकार में हम अपने वादे पर खरे उतरे। हमने धारा 370 को हटने नहीं दिया। हमने 11000 कश्मीरी नौजवानों के खिलाफ केस हटवाए।"
I am not shocked. We didn"t do this alliance for power. This alliance had a bigger motive- unilateral ceasefire, PM"s visit to Pakistan, withdrawal of cases against 11,000 youth: Mehbooba Mufti #JammuAndKashmir pic.twitter.com/cp8RGqdOfF
— ANI (@ANI) June 19, 2018
महबूबा ने इस दौरान यह भी कहा कि कश्मीर में मस्क्यूलर पॉलिसी नहीं चल सकती। यहां आतंकियों की नहीं, लोगों की टेरेटरी है। यहां पर सख्ती नहीं प्यार से शांति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पीडीपी आगे भी अपने एजेंडे पर चलती रहेगी, जिसमें पाकिस्तान से बातचीत शामिल होगी। जम्मू-कश्मीर में आगे की राजनीति से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि पीडीपी फिलहाल यहां किसी अन्य पार्टी के समर्थन से सरकार नहीं बनाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में महबूबा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। कश्मीर में फैली अशांति, आतंकियों के एनकाउंटर और सीजफायर एक्सटेंशन को लेकर पीडीपी-बीजेपी में लगातार टकराव चल रहा था। मंगलवार सुबह इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में बीजेपी नेताओं और मंत्रियों की एक बैठक बुलाई थी। इसी बैठक के बाद बीजेपी ने पीडीपी से अलग होने का ऐलान किया। बीजेपी के महासचिव राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिल्ली में सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर हुई अहम बैठक में निर्णय लिया गया कि अब कश्मीर में पीडीपी के साथ आगे चलना संभव नहीं होगा, इसलिए बीजेपी अपना समर्थन वापस ले रही है।
Created On :   19 Jun 2018 6:53 PM IST