मंत्री ने किसानों से की अपील, कहा- सड़क पर फेंकने की बजाय गरीबों में बांट दो दूध-सब्जी

- इस फैसले से सरकारी खजाने पर 32 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
- पिछले महीने दुध की कीमतों को लेकर हुए आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने दुध पावडर तैयार करने के लिए सहकारी व निजी दुग्ध संघों को प्रति लीटर 3 रुपए का अनुदान देने का फैसला किया था।
- राज्य में शुरु किसान आंदोलन के दौरान सड़कों पर दूध फेंके जाने से दुखी राज्य के दुग्ध उत्पादन मंत्री महादेव जानकर ने कहा है कि दूध-सब्जी सड़कों कर फेंकने की बजाय गरीबो
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में शुरु किसान आंदोलन के दौरान सड़कों पर दूध फेंके जाने से दुखी राज्य के दुग्ध उत्पादन मंत्री महादेव जानकर ने कहा है कि दूध-सब्जी सड़कों कर फेंकने की बजाय गरीबों में बांट दें। उन्होंने कहा कि हम आंदोलनकारियों से चर्चा को तैयार हैं। जानकर ने कहा कि पिछले महीने दुध की कीमतों को लेकर हुए आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने दुध पावडर तैयार करने के लिए सहकारी व निजी दुग्ध संघों को प्रति लीटर 3 रुपए का अनुदान देने का फैसला किया था। इस फैसले से सरकारी खजाने पर 32 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
21 निजी और 7 सहकारी दुग्ध संघ दुध पावडर तैयार कर रहे हैं। राज्य में करीब 10 हजार मैट्रीक टन दुध पावडर तैयार हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के फैसले का फायदा राज्य के दुध उत्पादक किसानों को होगा। सरकार की तरफ से दुध खरीद के लिए घोषित 27 रुपए की दर भले ही अभी नहीं मिल पा रही हो, लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान दुध खरीद दर में 1 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इस दर में 3 से 4 रुपए की बढ़ोतरी होगी। साथ ही हम आंदोलनकारियों से चर्चा को भी तैयार हैं। किसान बड़ी मेहनत से दुध व सब्जियों का उत्पादन करते हैं। इस लिए इसे सड़क फेंकना सही नहीं है।
Created On :   4 Jun 2018 8:21 PM IST