मध्य प्रदेश के DGP का फरमान, मीडिया से बात की तो होगी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने पुलिस अफसरों और कर्मचारियों के लिए फरमान जारी किया है। इस फरमान के तहत पुलिस अफसरों को मीडिया से दूर रहने को कहा गया है। इतना ही नहीं परिपत्र में कहा गया है कि जो भी पुलिस अफसर बिना अनुमति के मीडिया से बातचीत करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश में हुई हिंसा के बाद ये फरमान जारी किया गया है।
सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी रोक
फरमान में कहा गया है, सोशल मीडिया पर शासकीय दस्तावेज को स्कैन कर, स्क्रीन शॉट लेकर या अन्य किसी प्रकार से ऐसी कोई जानकारी शेयर न की जाए जो कि शासकीय नियमों के अंतर्गत गोपनीय हो। किसी भी विषय, फोटो अन्य सामग्री जो कि दुर्भावनापूर्ण, अश्लील, जाति-धर्म, लिंग, किसी के पक्षपात को प्रदर्शित करती हो इस तरह की पोस्ट पर अफसर और कर्मचारी प्रतिक्रिया न दें, न ही समर्थन करें। पुलिस अफसर और कर्मचारी फर्जी नाम से फेसबुक, व्हाट्सएप या अन्य किसी सोशल साइट पर अपना प्रोफाइल पेज न बनाएं।
वीआईपी ड्यूटी के दौरान न करें कोई जानकारी शेयर
डीजीपी ने वीआईपी ड्यूटी पर तैनात पुलिस अफसरों को भी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है, ड्यूटी की दौरान कोई भी पुलिसकर्मी महत्वपूर्ण स्थलों की कोई तस्वीर या वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट न करे। इतना ही नहीं उन्हें निर्देश दिए गए है कि वह ऐसी कोई जानकारी भी सोशल मीडिया पर न डाले जो सुरक्षा का खतरा पैदा करती हो। डीजीपी शुक्ला ने कहा है, सोशल मीडिया पर पुलिस अफसरों और कर्मचारियों द्वारा अविवेकपूर्ण टिप्पणियां की जा रही है। उन्होंने चेताया है कि अतिउत्साह में व्हाट्सएप ग्रुप में किसी भी पोस्ट का समर्थन न रहे। उन्होंने कहा कि ऐसा पाए जाने पर अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी।
Created On :   12 April 2018 9:35 PM IST