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दैनिक भास्कर हिंदी: मंदसौर में बोले राहुल- MP में सरकार बनते ही 10 दिन में माफ करेंगे किसानों का कर्ज

हाईलाइट
- राहुल गांधी ने मंदसौर में ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही राज्य के किसानों का कर्जा माफ कर दिया जाएगा।
- 10 दिन के अंदर ही मंदसौर में किसानों पर गोली चलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- मंदसौर में पिछले साल हुए किसान आंदोलन के दौरान 6 जून 2017 को पुलिस की गोली से 5 किसान की मौत हो गई थी
डिजिटल डेस्क, मंदसौर। किसान गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदसौर में ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही राज्य के किसानों का कर्जा माफ कर दिया जाएगा। यहां पिपलिया मंडी के पास खोखरा में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी सरकार जाने वाली है। मैं आपको ग्यारंटी देता हूं कि यहां कांग्रेस सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया जाएगा।' इसके अलावा राहुल ने यह भी कहा कि 10 दिन के अंदर ही मंदसौर में किसानों पर गोली चलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
चाहे वो मोदी जी की सरकार हो, चाहे वो शिवराज चौहान जी की सरकार हो, या भाजपा की कोई सरकार, उनके दिल में किसानों के लिए बिल्कुल जगह नहीं है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 6, 2018
जिस दिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी, दस दिन के अंदर किसानों का कर्जा माफ हो जाएगा, जिनपर गोलियां चलाई गईं, उन्हें न्याय मिलेगा। pic.twitter.com/rfAGwOWIrf
Congress President @RahulGandhi addresses the Kisan Samriddhi Sankalp Rally in Mandsaur #JusticeForFarmers https://t.co/7DByDvxcQm
— Congress (@INCIndia) June 6, 2018
यह बोले राहुल
- मोदी जी की सरकार हो या शिवराज जी की सरकार हो, इन सरकारों के दिल में किसानों के लिये थोड़ी सी भी जगह नहीं है। ये सच्चाई है।
- पीएम मोदी और सीएम शिवराज के पास किसानों की बात सुनने के लिए बिल्कुल समय नहीं है।
- पूरे देश में आज किसान अपना हक मांग रहा है, उसे मजबूरन आत्महत्या करनी पड़ रही है।
- नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों से धोखा किया, उन्होंने किसानों को फसल के सही दाम दिलवाने का वादा किया था
- नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को नरेन्द्र मोदी जी ने 30,000 करोड़ रुपया दे दिया। इतने पैसे से मध्य प्रदेश में किसानों का दो बार कर्जा माफ किया जा सकता है।
- नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों से धोखा किया, लेकिन सबसे बड़ा धोखा उन्होंने देश के युवाओं से किया। उन्होंने युवाओं को 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था।
- हिंदूस्तान के किसान ने देश को खड़ा किया है। अगर किसान हित में देश की सरकार काम नहीं करती है तो ऐसे शासन का कोई मतलब नहीं।
- हम फूड चेन और फूड प्रोसेसिंग प्लान बनायेंगे। हर जिले में किसान सीधा अपनी उपज बेचेगा और आपकी जेब से एक पैसा शिवराज जी नहीं ले पायेंगे।
- आज आप मंडी में जाते हैं आपको चेक मिलता है फिर बैंक में रिश्वत मांगी जाती है, 15 प्रतिशत शिवराज चौहान जी लेते हैं। हम आपको मंडी में सीधे पैसा देंगे।
- हम आपसे खोखले वायदे नहीं करेंगे। जो आप इस मंच से सुनेंगे वो मैं आपको करके दिखा दूंगा।
बता दें कि इस जनसभा के लिए पार्टी नेता काफी दिनों से जोर-शोर से तैयारी में जुटे हुए थे। मध्य प्रदेश के सभी बड़े कांग्रेस नेता यहां पहुंचे। पूरे मध्यप्रदेश से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों ने इसमें भाग लिया। खासकर मालवा-निमाड़ क्षेत्र के किसानों और कार्यकर्ताओं की यहां भीड़ रही। जनसभा से पहले राहुल ने यहां पिछले साल गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिजनों से भी मुलाकात की। राहुल ने मृतकों के परिजनों से करीब 15 मिनट तक चर्चा की।
Congress President @RahulGandhi meets the families of the farmers martyred in the police firing in #Mandsaur last year. #JusticeForFarmers pic.twitter.com/EqLhRimbQr
— Congress (@INCIndia) June 6, 2018
इससे पहले यह खबर आई थी कि मृतकों के परिजनों को कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने से रोका जा रहा है। किसान अभिषेक पाटीदार, जो पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलियों से मारे गए थे, उनके परिजनों का कहना है कि अभिषेक के बेटे को SDM ने बुलाकर राहुल गांधी से मिलने को मना किया है।
MP: Parents of Abhishek Patidar, who died during #Mandsaur farmers' protest last year,say, 'SDM (Sub-Divisional Magistrate) called our other son & asked who among us will meet Rahul Gandhi, when my son told him that my parents are going,SDM said ask them to not meet Rahul Gandhi' pic.twitter.com/aVE9UgfAaq
— ANI (@ANI) June 6, 2018
राहुल गांधी ने पिपल्यामंडी के खोखरा पहुंचते ही सबसे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में मारे गए 6 किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने किसानों के फोटों पर पुष्प अर्पित किए।
Congress President @RahulGandhi pays his respects to the 6 farmers martyred in the police firing in #Mandsaur last year. #JusticeForFarmers pic.twitter.com/fB9zaAlYeh
— Congress (@INCIndia) June 6, 2018
राहुल गांधी की सभा के लिए प्रशासन ने सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। सड़क मार्गों पर सघन पेट्रोलिंग और जांच की गई। पिपल्यामंडी क्षेत्र में ड्रोन कैमरे के अलावा सीसीटीवी से भी निगरानी की गई। सभा से पहले एसटीएफ टीम ने सभास्थल की सुरक्षा का मुआयना किया। आयोजन स्थल पर पुलिस आईजी राकेश गुप्ता, कमिश्नर एमबी ओझा, कलेक्टर, एसपी सहित वरिष्ठ अधिकारी फोर्स के साथ तैनात रहे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 7 एसपी, 20 एएसपी सहित 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
6 किसानों की हुई थी मौत
मंदसौर में पिछले साल हुए किसान आंदोलन के दौरान 6 जून 2017 को पुलिस की गोली से 5 किसान की मौत हो गई थी, जबकि एक किसान ने पुलिस की पिटाई के बाद दम तोड़ दिया था। इसके बाद से ही किसान और भड़क गए थे। शिवराज सरकार को लेकर यहां तभी से गहरा असंतोष और आक्रोश है। कांग्रेस बीजेपी सरकार के खिलाप इस असंतोश को भुनाने में जुटी हुई है।
पिछले साल रोक लिए गए थे राहुल
गौरतलब है कि मंदसौर गोलीकांड में मारे गए 6 किसानों के परिवारों से मिलने के लिए राहुल गांधी पिछले साल 8 जून को मंदसौर आए थे। प्रशासन ने उनके मंदसौर जिले में प्रवेश पर भी रोक लगा दी थी। इस पर राहुल ने राजस्थान के उदयपुर से अपना प्लान बदल दिया था। मंदसौर तक पहुंचने के लिए राहुल गांधी ने कार और फिर बाइक पर कच्चे रास्ते से सफर किया। इसके बावजूद वह मंदसौर नहीं पहुंच पाए थे। पुलिस ने उन्हें नीमच में ही हिरासत में ले लिया था।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl
वनमाली सृजनपीठ: बाल कलाकारों द्वारा राम भजन की मनमोहक प्रस्तुति
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विश्वरंग के अन्तर्गत बाल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने वनमाली सृजनपीठ में रामभजन माला का आयोजन किया गया, जिसमें राम के भजनों की सुन्दर प्रस्तुति बच्चों के द्वारा दी गयी। कार्यक्रम का आरम्भ मालविका राव चतुर्वेदी के भजन- 'श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन' से हुआ। इसी कड़ी में स्वरा वत्स ने राम के विभिन्न रूपों का वर्णन करते हुए 'राम-राम दशरथ नन्दन राम' भजन से सबको मन्त्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मोही और जयगी ने 'राम-राम सब नाम जपो', रेखा ने राग ख्याल में छोटे 'ख्याल' और कियारा ने 'राम भजो आराम तजो', निवेदिता सोनी ने 'श्याम का गुणगान करिये ' गाकर माहौल को राममय कर दिया।
कार्यक्रम के अगले चरण में मालविका द्वारा मीराबाई का प्रसिद्ध भजन 'पायो जी मैंने राम रतन धन पायो' और स्वरा ने श्याम कन्हाई गाकर राम के साथ कृष्ण भक्ति से भी परिचय कराया। बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए आईसेक्ट लिमिटेड के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने 'राम भक्त ले चला राम की निशानी' और अन्य भजन गाकर बच्चों का हौसला बढ़ाया। इसके बाद सभी बच्चों की संगीत गुरु श्यामा ने अपना स्वचरित भजन 'राम नाम सुखदायक' की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में विश्वरंग के निदेशक संतोष चौबे, वनमाली सृजनपीठ भोपाल के अध्यक्ष मुकेश वर्मा, आईसेक्ट लिमिटेड के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, गेटसेट पेरेंट की निदेशक पल्लवी राव चतुर्वेदी, विश्वरंग की सहनिदेशक डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, नितिन वत्स, इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए की सम्पादक डॉ. विनीता चौबे, प्रभा वर्मा, वनमाली सृजनपीठ की राष्ट्रीय संयोजक ज्योति रघुवंशी, टैगोर विश्वकला केन्द्र के निदेशक विनय उपाध्याय सहित बच्चों के अभिभावक और नाना-नानी, दादा-दादी भी उपस्थित रहे।
मनोरंजन: हरेक रीज़नल इंडस्ट्री की प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराने की कोशिश में जुटा हुआ है 'क्रिएटिव वाइब': संतोष खेर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एस. एस. राजामौली की फ़िल्म 'RRR' के मशहूर गाने 'नातू नातू' ने गोल्डन ग्लोब्स जीतकर एक बार फिर से यह साबित कर दिया है क्षेत्रीय सिनेमा भी विश्वभर में अपनी छाप छोड़ने का दमखम रखता है. पिछले साल क्षेत्रीय सिनेमा और ओटीटी ने ऐसे दमदार कंटेट से दर्शकों को रूबरू कराया दर्शकों की उम्मीदें आसमान छूने लगी हैं. सिनेमा को नई ऊंचाई पर ले जानेवालों में कई लोग मशक़्क़त कर रहे हैं और इनमें से एक अहम नाम है प्रोडक्शन हाउस 'क्रिएटिव वाइब' का. उल्लेखनीय है भाषाओं से परे यह प्रोडक्शन हाउस देशभर में मौजूद नायाब तरह के कंटेट की संभावनाओं को खंगाल रहा है और नई-नई प्रतिभाओं को आगे आने का मौका दे रहा है।
'क्रिएटिव वाइब' के संस्थापक संतोष खेर कहते हैं कि लोग ना सिर्फ़ गुणवत्तापूर्ण कंटेट देखना चाहते हैं, बल्कि वे चाहते हैं कि विभिन्न रीजनल इंडस्ट्रीज़ से जुड़े तमाम प्रतिभाशाली लोगों को काम करने के लिए उचित मंच भी उपलब्ध कराया जाए. वे कहते हैं, "हमारे देश में ऐसे प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है जो गुमनाम हैं और ऐसे लोगों के बारे में आम दर्शकों को ज़्यादा कुछ पता भी नहीं होता है. हम सृजनकर्ताओं व पेशवर लोगों को आम दर्शकों के सामने लाएंगे जिसके चलते हम दुनियाभर के सिनेमा से मुक़ाबला करने में पूरी तरह से सक्षम साबित होंगे।"
'क्रिएटिव वाइब' के लिए साल 2022 एक उल्लेखनीय साल रहा है. इस दौरान प्रोडक्शन हाउस की ओर से 'अथंग" नामक एक चर्चित मराठी हॉरर वेब सीरीज़ का निर्माण किया गया. प्रोडक्शन हाउस ने 'चंद्रमुखी' नामक भव्य मराठी फ़िल्म बनाकर लोगों को चकित किया. इसके अलावा भी कई उल्लेखनीय कंटेट का निर्माण प्रोडक्शन हाउस की ओर से किया गया है. ऐसे में अब 'क्रिएटिव वाइब' साल 2023 में हिंदी, मराठी और गुजराती भाषा में कंटेट निर्माण में ज़ोर-शोर से जुट गया है. वेब द्वारा उपलब्ध कराये जानेवाले मौकों से अच्छी तरह से परिचित संतोष खेर कहते हैं, 'वेब शोज़ की दुनिया क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेट बनानेवाले मेकर्स के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है जिसके चलते विविध तरह के टैलेंट को अपने अद्भुत कार्यों को सामने लाने और अपनी क्षमताओं का भरपूर प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है. हम वेब कंटेट के माध्यम से ही नहीं, बल्कि विभिन्न भाषाओं में बननेवाली फ़िल्मों को भी एक बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंचाना चाहते हैं।"
संतोष खेर इस इंडस्ट्री से जुड़े पेशेवर लोगों के साथ काम करने और उन्हें मौका देने में यकीन करते हैं. इसे लेकर वे कहते हैं, "जब कभी हम क्षेत्रीय स्तर की प्रतिभाओं की बात करते हैं तो हम महज़ कलाकारों के बारे में ही सोचते हैं. लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए किसी भी फ़िल्म/कंटेट के निर्माण में बड़े पैमाने पर अन्य लोग भी शामिल होते हैं. इनमें टेक्नीशियनों, कॉस्ट्यूम तैयार करनेवालों, लेखकों से लेकर अन्य तरह के कई और भी विभाग शामिल होते हैं जो किसी भॊ फ़िल्म को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. ग़ौरतलब है कि कैमरा के पीछे काम करनेवालों के नाम मुख्यधारा के सिनेमा द्वारा भी आसानी से भुला दिया जाता है. ऐसे में हमारा प्रोडक्शन हाउस इस स्थिति को बदलने, नये नये नामों को सामने लाने और पर्दे के पीछे काम करनेवाले लोगों को स्थापित करने के लिए प्रयत्नशील है ताकि ऐसे गुमनाम लोगों की भी अपनी एक अलग पहचान बन सके।"
लेकिन क्या प्रोफ़ेशनल लोगों को अपनी-अपनी इंडस्ट्री तक ही सीमित कर दिया जाएगा? इस सवाल पर संतोष खेर कहते हैं, "हमें ऐसी प्रतिभाओं को तैयार करने की ज़रूत है जो विभिन्न तरह की क्षेत्रीय इंडस्ट्रीज़ में काम कर सकें. अगर हम एक इंडस्ट्री से ताल्लुक रखनेवाली प्रतिभाओं को दूसरी इंडस्ट्री में काम करने का मौका मुहैया कराएंगे तभी जाकर हम सही मायनों में पैन इंडिया फ़िल्मों का निर्माण कर पाएंगे. हमने बड़े सुपरस्टार्स के साथ ऐसा होते हुए देखा है मगर ज़रूरत इस बात की है कि सभी भाषाओं की इंडस्ट्री से संबंध रखनेवाले कास्ट और क्रू के अन्य सदस्यों को भी इसी तरह के मौके दिये जाएं।"
प्रतिभाओं को परिष्कृत करने की सोच और पैन इंडिया सिनेमा के निर्माण का आइडिया सिनेमा के भविष्य के लिए अच्छा है, लेकिन अगर अन्य लोग भी सतोष खेर की तरह सोचने लग जाएं तो निश्चित ही वो दिन दूर नहीं है, जब सिनेमा की दुनिया जल्द ही आसमान की नई उंचाइयों को छूने लगेगी।
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